अगर मांझी ने मेरे कारण इस्तीफा दिया, तो खूद को सौभाग्यशाली मानता हूं: विधानसभा अध्यक्ष
पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने मुख्यमंत्री जीनत राम मांझी के विश्वासमत के दौरान लिए गए अपने फैसलों को सही, संवैधानिक तथा नियमानुकूल ठहराते हुए आज कहा कि यदि मांझी ने उनकी वजह से इस्तीफा दिया है तो वे स्वयं को ‘सौभाग्यशाली’ मानते हैं. बिहार विधान परिसर में आज पत्रकारों से बातचीत करते […]
पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने मुख्यमंत्री जीनत राम मांझी के विश्वासमत के दौरान लिए गए अपने फैसलों को सही, संवैधानिक तथा नियमानुकूल ठहराते हुए आज कहा कि यदि मांझी ने उनकी वजह से इस्तीफा दिया है तो वे स्वयं को ‘सौभाग्यशाली’ मानते हैं.
बिहार विधान परिसर में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौधरी ने कहा, ‘‘मांझी ने मुझपर जो आरोप लगाए हैं, मैंने उन्हें सुना है. मांझी ने कहा है कि उन्होंने मेरे कारण इस्तीफा दिया. अगर ऐसा है तो मैं स्वयं को ‘सौभाग्यशाली’ मानता हूं.’’ मांझी ने कल विश्वासमत से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष नीतीश कुमार के इशारे पर काम कर रहे हैं. मांझी ने यह भी कहा था कि उनके पास बहुमत है लेकिन अध्यक्ष चौधरी द्वारा गुप्त मतदान की अनुमति नहीं मिलने के कारण वह पद से इस्तीफा दे रहे हैं.
चौधरी ने कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य है कि प्रदेश के प्रशासनिक प्रमुख मांझी कह रहे हैं कि उनकी हत्या की जा सकती थी. यदि वे स्वयं के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं तो हम बिहार की 11 करोड जनता की स्थिति का स्वत: अंदाजा लगा सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि मांझी का यह बयान उनके सुशासन के दावे की पोल खोल रहा है.
विश्वासमत के दौरान सदन परिसर में एम्बुलेंस, चिकित्सक और अग्निशमन दस्ते की उपस्थिति को लेकर मांझी ने आशंका जतायी थी कि उनके समर्थकों के साथ मार-पीट की जा सकती है, इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चौधरी ने कहा, ‘‘सदन के सत्र के दौरान जब जेड श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले व्यक्ति उपस्थित होते हैं तो परिसर में एम्बुलेंस, चिकित्सक और अग्निशमन दस्ते की मौजूदगी अनिवार्य होती है.’’