पटना: भाजपा से गंठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पहली बार खुल कर बोले. रवींद्र भवन में भाजपा से आये प्रो रणवीर नंदन, पूर्व विधान पार्षद प्रो राम किशोर सिंह सहित अन्य नेताओं के मिलन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अधीर होनेवाले लोगों में नहीं है. प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. हम हर कठिन परीक्षा को पार कर लेंगे.
प्रकृति ने भी हमारा इम्तिहान लिया है. हो सकता है अभी इम्तिहान का वक्त है. नीचे से आये हैं, कोई हमारा संरक्षक नहीं था. गंठबंधन टूटने का पूरा ठीकड़ा भाजपा पर फोड़ा और कहा कि हम विश्वासघाती नहीं हैं. विश्वासघात का आरोप लगानेवाले बताएं कैसा विश्वासघात, किस तरह का विश्वासघात. कभी एकांत में बैठ कर अपनी अंतरात्मा से पूछें कि कौन विश्वासघाती है. गंठबंधन में जाते समय ही उसकी सीमा तय की गयी थी. इसकी सीमा पार करने पर ही हमें अलग होने का राजनीतिक निर्णय लेना पड़ा. आज भाजपा के नेता गलतबयानी कर रहे हैं.
निजी स्तर पर हो रहा हमला
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा निहायत ही निजी स्तर पर हमला कर रही है. मेरे स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करने की मांग होती है. चार डिग्री हो या 44 डिग्री तापमान, हमेशा यात्रएं की है. गंठबंधन में होने पर भी सार्वजनिक रूप से बयानबाजी की जाती रही पर हम चुप रहे. हमने अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा की, तो उसे भी आलोचना के रूप में देखा गया. आखिर लोग रहते हैं बिहार में, खाते हैं बिहार में, तो यहां के विकासात्मक कार्यो की चर्चा करने से परहेज क्यों है. मुख्यमंत्री ने कहा कि शेखपुरा से यात्र शुरू करनेवाली पार्टी के 90 प्रतिशत कार्यकर्ता जदयू में आ गये. पटना जिले के अधिकतर ठोस नेता जदयू में शामिल हो गये.
नहीं चल रही कोई हवा : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा की लड़ाई और सदस्य बनने के साथ पेड़ लगाने की परंपरा को शुरू कर जदयू ने राजनीतिक संस्कृति बदल दी है. प्रो रणवीर नंदन ने कहा कि भाजपा में सभी नेता सत्ता के लिए लड़ते हैं. कैसे लोगों को धोखा दें, लड़ा दें, इसी उधेरबुन में लगे रहते हैं. जदयू में बिहार के विकास की बात होती है. प्रो राम किशोर सिंह ने कार्यकर्ताओं से भाजपा को मतदाताविहीन पार्टी बनाने का संकल्प दिलवाया और कहा कि कोई आंधी या हवा नहीं चल रही है. कार्यक्रम में विधायक पूनम देवी, प्रो उषा सिन्हा, विप सदस्य नीरज कुमार व रूदल राय, श्वेता विश्वास, अनंत अरोड़ा, राजाराम सिंह, सुभाष चंद्र सिंह ने भी विचार रखे. मौके पर मंत्री विजय कुमार चौधरी, श्याम रजक, पीके शाही, पूर्व मंत्री करुणोश्वर सिंह, महासचिव छोटू सिंह, लोक प्रकाश सिंह, संतोष मेहता भी मौजूद थे. संचालन महासचिव डॉ नवीन कुमार आर्य ने किया.