Loading election data...

54 फुट के कांवर को 400 कांवरिया दे रहे बारी-बारी से कंधा, जानें कब पहुंचेंगे बाबाधाम

गंगाघाट पर संकल्प पूजन के बाद बाबा के जयकारे लगाते हुए नृत्य करते कांवरिया गंगाधाम से बाबाधाम को प्रस्थान किया. 54 फुट के इस कांवर को बारी-बारी से 400 कांवरिया कंधा देते है. कांवर में छह कलश है. जिसमें सभी 400 कांवरिया का जलपात्र है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2023 7:05 PM

शुभंकर,सुलतानगंज. विशाल शिवधारी कांवर संघ मारूफगंज, पटना सिटी के कांवरियों का 54 फुट का कांवर रविवार को कांवरिया पथ पर आकर्षण का केंद्र बना. रविवार को पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा जल भर कर कांवरिया बाबाधाम को निकले. गंगाघाट पर संकल्प पूजन के बाद बाबा के जयकारे लगाते हुए नृत्य करते कांवरिया गंगाधाम से बाबाधाम को प्रस्थान किया. 54 फुट के इस कांवर को बारी-बारी से 400 कांवरिया कंधा देते है. कांवर में छह कलश है. जिसमें सभी 400 कांवरिया का जलपात्र है.

पिछले 15 वर्षों से उठा रहे हैं 251 किलो वजनी कांवर

संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि वर्ष 2008 से 54 फीट का कांवर लेकर हर साल जा रहे है. कांवर का वजन 251 किलो है. इस कांवर को एक साथ नौ कांवरिया लेकर चलते है. 54 घंटा में बाबाधाम पहुंचने का संकल्प रहता है. कांवर में भगवान शिव और मैया पार्वती का आकर्षक मूर्ति शिव और शक्ति का प्रतिबिंब दिखायी पड़ रहा है. कांवर में गणेश, बजरंगबली, मैया पार्वती आदि के मूर्ति है. उन्होंने कहा कि लगातार 15वां वर्ष है, जब 54 फुट का कांवर लेकर हम लोग सुलतानगंज से बाबाधाम जा रहे हैं. यहां आने से पहले पटना सिटी में भी इस कांवर का भ्रमण कराया गया था. कांवर को तीन भाग में बांट कर यहां लाया गया. सुलतानगंज में इसे जोड़ा गया है. विनोद कुमार ने बताया कि संघ की ओर से जगह-जगह भंडारे की भी व्यवस्था की गयी है.

होती है मनोकामना पूरी

कांवरियों ने बताया इस कांवर को कंधा देने वालों की मनोकामना बाबा अवश्य पूरी करते है. हर वर्ष कांवरिया आस्था, श्रद्धा के साथ कांवर को कंधा देकर बाबा पर जलार्पण करते हैं. कांवरियों ने बताया कि बाबा ने उनकी हर मनोकामना पूरी की है. कांवरियों ने कहा कि जब तक 54 फुट का कांवर आयेगा, हमलोग आयेंगे. 54 फुट कांवर को लेकर ढोल, मझीरा के साथ नृत्य करते हुए कांवरिया बाबाधाम की ओर रवाना हुए. बताया गया कि कांवर को कंधा देने के बाद जलार्पण करने से कई को नौकरी बाबा ने दिया. कुछ महिला कांवरिया भी साथ है. बाबा के जयकारे लगाते कांवरिया बाबाधाम को रवाना हुए.

Next Article

Exit mobile version