Bihar News: कोविड से मृत 44 लोगों की अब तक नहीं हो सकी पहचान, चार लाख मिलने वाली सहायता राशि लौटेगी वापस
Bihar News कोरोना संकमण के कारण जिले के 79 बच्चों के माता या पिता और इनमे कुछ बच्चों के माता व पिता की मौत हो गयी थी. इसके कारण बेसहारा व अनाथ हुए बच्चों को राहत सामग्री देने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने हरी झंडी दिखा कर दो रथ रवाना किया.
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से हुई 234 लोगों की मौत मामले मे मुख्यमंत्री राहत कोष से नौ करोड़ 28 लाख रुपये सरकार ने दिया था. इनमें 48 लापता लोगों के मामले में चार मृतक के आश्रतों का पता चल गया है. बाकी 44 लोगों की राशि लौट जायेगी. वही आपदा मद में 72 मृतक के आश्रतों के लिए दो करोड़ 92 लाख रुपये जिले को मिला था. इनमे 50 मृतकों के आश्रतों को भुगतान कर दिया गया है. शेष लोगों को भुगतान करने की पक्रिया चल रही है. कोरोना संकमण की वजह से मरने वाले के आश्रित को चार लाख रुपये सरकार द्वारा दिये जाने का प्रावधान है.
79 बेसहारा व अनाथ बच्चे को घर पर जाकर दी राहत सामग्री
कोरोना संकमण के कारण जिले के 79 बच्चों के माता या पिता और इनमे कुछ बच्चों के माता व पिता की मौत हो गयी थी. इसके कारण बेसहारा व अनाथ हुए बच्चों को राहत सामग्री देने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने हरी झंडी दिखा कर दो रथ रवाना किया. राहत सामग्री का वितरण समाज कल्याण विभाग व केयर इंडिया की ओर से शुरू किया गया. केयर इंडिया ने सर्वें कर बेसहारा व अनाथ हुए बच्चों की सूची तैयार की थी. राहत सामग्री में आटा, तेल, टॉफी, बिस्कुट आदि दिये जा रहे है.
इस मौके पर समाहरणालय परिसर में डीडीसी प्रतिभा रानी, एसएसपी निताशा गुरिया, आइसीडीएस की डीपीओ शीलिमा कुमारी, केयर इंडिया की न्यूटरीशन आफिसर सुपर्णा कुमारी आदि मौजूद थी. इन बच्चों व उनके अभिभावकों को परवरिश योजना, स्पांसरशिप योजना, पीडीएस योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, विधवा पेंशन स्कीम, नि:शक पेशन स्कीम व नि:शुल्क शिकषा आदि का भी लाभ दिया जा रहा है.
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Posted by: Radheshyam Kushwaha