दो दिनी बिहार-झारखंड बंद के पहले दिन माओवादियों ने बरपाया कहर, हाइवे पर फूंक दिये 32 वाहन

रांची/ पटना/ गया : महिला कामरेड के एनकाउंटर के विरोध में आहूत दो दिवसीय बंद के पहले दिन नक्सलियों ने गया – हजारीबाग जीटी रोड पर 32 वाहन फूंक दिये. हमारे वरिष्ठ सहयोगी सुरजीत सिंह के अनुसार यह घटना गया, अमास के पास और हजारीबाग में टाटी झरिया में घटी है. हजारीबाग में एक बस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 11:11 AM

रांची/ पटना/ गया : महिला कामरेड के एनकाउंटर के विरोध में आहूत दो दिवसीय बंद के पहले दिन नक्सलियों ने गया – हजारीबाग जीटी रोड पर 32 वाहन फूंक दिये. हमारे वरिष्ठ सहयोगी सुरजीत सिंह के अनुसार यह घटना गया, अमास के पास और हजारीबाग में टाटी झरिया में घटी है. हजारीबाग में एक बस और एक ट्रक को भी आग के हवाले कर दिया गया है.

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वहीं गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनू महाराज ने घटना की जानकारी देते हुए बताया राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 02 जीटी रोड पर माओवादियों द्वारा आग लगाने से क्षतिग्रस्त हुए 28 वाहनों में गैस सिलेंडर लदे हुए चार ट्रक, एक डीजल टैंकर और एक कार शामिल है. गया प्रमंडल के पुलिस उप महानिरीक्षक शालिन ने इस घटना के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को माओवादियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाने तथा माओवादियों के बंद के मद्देनजर सभी थानों को सर्तकता बरतने का निर्देश दिया है.
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों बिहार के गया जिले में पुलिस एनकाउंटर के दौरान अपनी एक साथी महिला कामरेड के एनकाउंटर और कथित पुलिस ज्यादतियों के खिलाफ बिहार-झारखंड में बंद का एलान किया है. माओवादियों का आरोप है कि शीर्ष महिला नेता की हत्या सीआरएपीएफ की कोबरा बटालियन ने फर्जी मुठभेड में की.
महिला कामरेड सरिता गंझू भाकपा-माओवादी संगठन के चतरा-गिरिडीह सीमांत जोन की कमांडर व बिहार-झारखंड व छत्तीसगढ़ की स्पेशल एरिया कमेटी की सदस्य थी. उसकी पहचान को लेकर पुलिस महकमे में काफी माथापच्ची हो रही थी. महिला माओवादी की पहचान होने पर गया पुलिस, कोबरा व सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
नक्सलियों ने हिंसक तरीके से इस बंद की शुरुआत की है.
गौरतलब है कि बंद में साथ न देने वालों के खिलाफ मिलिट्री एक्शन लेने की धमकी भरे पर्चे भी जगह-जगह चिपकाए गए हैं. नक्सलियों की मांग है कि उनके नाम पर ग्रामीणों को पुलिस की ओर से तंग किए जाने की कोशिश बंद होनी चाहिए. बिहार और झारखंड सरकार ने बंद को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की है.

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