सड़क पर सजती हैं दुकानें, लगता है जाम

कटिहार: शहर में जाम की समस्या आम बनती जा रही है. प्रत्येक दस से 15 मिनट में जाम लगता है और इससे लोग परेशान होते हैं. जाम की समस्या को दूर करने की दिशा में प्रशासन की ओर से कई बार रोड मैप तैयार किया गया, लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा सका. यही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2015 8:18 AM
कटिहार: शहर में जाम की समस्या आम बनती जा रही है. प्रत्येक दस से 15 मिनट में जाम लगता है और इससे लोग परेशान होते हैं. जाम की समस्या को दूर करने की दिशा में प्रशासन की ओर से कई बार रोड मैप तैयार किया गया, लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा सका. यही वजह है कि जाम की समस्या से छुटकारा पाने की जगह जाम की समस्या और बढ़ता ही जा रहा है.

सोमवार को पूरा शहर जाम की समस्या से जूझता रहा. शहीद चौक पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही. लेकिन जाम को हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई पहल नहीं की गयी. प्रभात खबर ने यह जानने का प्रयास किया है कि आखिर जाम की समस्या इतनी इन दिनों क्यों बढ़ गयी है. जानने के क्रम में पाया गया कि यह समस्या ट्रैफिक पुलिस के कारण भयावह हुई है. उसे हम केस स्टडी के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं.

केस स्टडी-एक
शहीद चौक से मिरचाईबाड़ी की ओर जाने वाले ओवर ब्रिज पर सड़क के दोनों ओर ऑटो व रिक्शा पूरे दिन खड़ी रहती है. इससे भी यहां जाम की समस्या उत्पन्न होती है. प्रतिबंध के बावजूद यहां ऑटो व रिक्शा को खुलेआम खड़ा कर यात्रियों को बैठा जाता है व उतारा जाता है. सुबह-शाम में यह धंधा और अधिक बढ़ जाता है. बताया जाता है कि ट्रैफिक पुलिस ही इन लोगों को ऐसा करने की मौन सहमति देते हैं और कमाई करते हैं.
केस स्टडी-दो
रेलवे स्टेशन के निकट जीआरपी चौक की स्थिति भी जाम के कारण हमेशा लोगों को परेशान होना पड़ता है. यहां तो सड़क पर ही बस स्टैंड बना दिया जाता है. जिससे वाहनों के आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां भी ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इसके अलावा सड़क पर ही ऑटो लगा कर यात्रियों को बैठाया व उतारा जाता है. सड़क की दोनों ओर अवैध तरीके से दुकानें भी लगायी जाता हैं.
केस स्टडी-तीन
शहीद चौक शहर के सबसे व्यस्तम चौक में से एक है. यहां हर दस मिनट पर जाम की समस्या उत्पन्न होती है. यहां बस स्टैंड होने की वजह से बड़ी-बड़ी बसें आती है और खुलती है. सड़क संकरी होने की वजह से बस को घुमाने व बस पड़ाव में ले जाने के क्रम में जाम की समस्या हमेशा लगती है. जब यहां जाम लगेगा तो निश्चित रूप से दूसरे सड़कों पर भी जाम लगना ही है. बस स्टैंड से एक सौ से अधिक बड़ी बसों का परिचालन होता है. जबकि छोटी बस भी बड़े पैमाने पर चलती है. इसके अलावा दूसरे वाहन ऑटो, जीप, सवारी वाहनों का हमेशा आना जाना लगा रहता है. इससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है.
केस स्टडी-चार
शहीद चौक पर जाम लगने की दूसरी वजह यह है कि चौक पर ही दर्जनों दुकानें अवैध ढंग से लगायी जाती है. पहले से सकरी सड़क और भी सकरी होकर रह जाती है. वाहनों के अधिक यहां आने जाने से यह समस्या और विकराल हो जाती है. सोमवार को शहीद चौक पर दर्जन भर से अधिक लीची बेचने वाले लोग टोकरी में शहीद चौक पर खुलेआम लीची बेच रहे थे. सवाल उठता है कि इतने व्यस्तम चौक की सड़क पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी में लीची सड़क पर कैसे बेची जाती है. इस चौक पर जहां ट्रैफिक पुलिस का पोस्ट बनाया गया है वहां आधा दर्जन दुकानें रोज सजती हैं.
केस स्टडी-पांच
न्यू मार्केट में सब्जी की दुकान सड़क पर ही लगती है. हाल यह है कि सौ से अधिक सब्जी की दुकान सड़क पर सजती है. इतनी दुकानों में खरीदारी करने भी हजारों की संख्या में लोग सुबह से शाम तक आते हैं. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क की क्या स्थिति रहती होगी. सड़क पर हमेशा जामा की समस्या लगी रहती है. स्थिति यह हो गयी है कि अब लोग न्यू मार्केट की मुख्य सड़क से आने जाने से कतराने लगे हैं. लोग गली से होकर या दूसरे सड़कों से आना जाना पसंद करते हैं. सड़क पर दुकान हटाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.

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