संवाददाता, बिहारशरीफ (नालंदा)
छपरा जिले के 30 किसानों का दल मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को नालंदा पहुंचे. छपरा आत्मा के उप परियोजना निदेशक शमशेर आलम के नेतृत्व में नालंदा पहुंचे किसानों के इस दल ने शुक्रवार की संध्या आत्मा नालंदा के परियोजना निदेशक बीएम जोशी से मिल कर जिले में मशरूम उत्पादन व उसकी मार्केटिंग व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की. परियोजना निदेशक बीएम जोशी ने छपरा से आये किसानों के दल को बताया कि जिले में मशरूम उत्पादन महिला सशक्तीकरण का पर्याय बन गया है. जिले में मशरूम उत्पादक महिलाओं के सैकड़ों समूह आत्मा से निबंधित है. जिले में प्रतिदिन 50 से 60 किलो मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है. जिले में बटन मशरूम का भी उत्पादन किया जा रहा है. मशरूम उत्पादन से जुड़ी महिलाएं अतिरिक्त आय प्राप्त कर परिवार के भरण-पोषण में मदद करने के साथ हीं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन रही हैं. छपरा से आये किसानों का दल शनिवार को सिलाव प्रखंड का सारिलचक गांव में जाकर मशरूम उत्पादक महिला कृषकों से संवाद करेगा. इस अवसर पर आत्मा नालंदा उप परियोजना सहायक सत्येंद्र नारायण सिंह, तकनीकी सहायक धनंजय कुमार व छपरा के उप परियोजना निदेशक शमशेर आलम, विधवारा के किसान इंद्र मोहन सिंह, मृत्युंजय सिंह, मलखाचक के राजन सिंह, कोलेश्वर सिंह, उदय शंकर सिंह, दिनेश सिंह, धीरज कुमार सिंह, हरेराम सिंह, मधुसूदन सिंह, रत्नेश्वर प्रसाद सिंह व अन्य किसान मौजूद थे.