दूसरे पर ”जंगलराज” का आरोप लगाते हैं और खुद ”छाती तोडने” की बात करते हैं : लालू यादव
पटना : राजग के घटक दल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण कुमार की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ गत 27 जून को की गयी कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने राजग में फासिस्ट तत्वों का जमवाडा होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वे दूसरे […]
पटना : राजग के घटक दल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण कुमार की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ गत 27 जून को की गयी कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने राजग में फासिस्ट तत्वों का जमवाडा होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वे दूसरे पर ‘जंगलराज’ का आरोप लगाते हैं और स्वयं ‘छाती तोडने’ की बात करते हैं.
दिल्ली रवाना होने के पूर्व आज लालू ने कहा कि भाजपा के प्रदेश कार्यालय में गत 27 जून को आयोजित राजग के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अरुण कुमार ने नीतीश कुमार की ‘छाती तोडने’ की बात कही थी तब वहां मौजूद राजग के अन्य घटक दलों (भाजपा एवं लोजपा) के नेताओं ने कोई आपत्ति नहीं जतायी जिससे यह स्पष्ट है कि अरुण ने उनकी सहमति से ही कथित अभद्र भाषा का प्रयोग किया.
उल्लेखनीय है कि भाजपा और उसके घटक दल लोजपा और रालोसपा बिहार में राजद के पिछले 15 सालों के शासनकाल के ‘जंगलराज’ होने का आरोप लगाते रहे हैं. लालू ने अरुण की कथित टिप्पणी और आगामी सितंबर-अक्तूबर महीने में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि सत्ता में आने का सपना देख रहे राजग के लोगों ने अभी से अपना चरित्र दिखाना शुरु कर दिया है.
लालू ने राजग पर फासिस्ट तत्वों का जमवाडा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे दूसरे पर ‘जंगलराज’ का आरोप लगाते हैं और स्वयं ‘छाती तोडने’ की बात करते हैं. राजद सुप्रीमों ने कहा कि अब यह 1990 के पहले का जुल्म और अन्याय वाला बिहार नहीं है और न ही वह पीछे लौटने वाला है. उन्होंने कहा कि बिहार की गरीब-गुरबा जनता संगठित है और हम इन फासिस्ट तत्वों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे.
लालू ने हाल में राजग में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उनके नव गठित दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) में शामिल नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय का लबादा ओढने का ढोंग करने वाले तथा हमलोगों के गुट में पूर्व में शामिल रहे कुछ ‘मीरजाफर और जयचंद’ के राजग की ओर चले जाने से राजग वाले यह समझते हैं कि उन्हें बढत मिल गयी है जो कि उनकी गलतफहमी है क्योंकि यह फासिस्ट तत्वों का जमवाडा है.
उन्होंने कहा कि फासिस्ट तत्वों के षड्यंत्र को बिहार की जनता समझ गयी है और वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने की उनकी कोशिश को कामयाब नहीं होने देगी.