छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत व संबद्ध कॉलेजों में स्नातक सत्र 2023-27 के अंतर्गत करीब 50 फीसदी सीट अभी भी रिक्त हैं. खासकर विज्ञान तथा कला के संकायों में कई ऐसे विषय हैं. जिसमें महज 30 से 40 फीसदी सीटों पर ही दाखिला हुआ है. उसके बाद भी विश्वविद्यालय नामांकन की दूसरी सूची जारी नहीं कर रहा है. वहीं अब छात्र कल्याण विभाग ने भी नामांकन सूची जारी करने को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिये हैं. डीएसडब्ल्यू डॉ सरफराज अहमद का कहना है कि उनके स्तर पर सेकंड लिस्ट से संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. लेकिन यूएमआइस एजेंसी भुगतान के विवाद को लेकर लिस्ट जारी नहीं कर रही है. इस संदर्भ में कुलपति को भी सूचित कर दिया गया है.
मार्च महीने में ही समाप्त हो गया है एजेंसी का कार्यकाल
मिली जानकारी के अनुसार यूएमआइस एजेंसी का कार्यकाल मार्च महीने में ही समाप्त हो गया है. एजेंसी को अब तक पहले का भुगतान नहीं किया गया है. विश्वविद्यालय पहले नामांकन लिस्ट जारी करने की मांग पर अड़ा है. वहीं एजेंसी अपने बकाया भुगतान की मांग कर रहा है. इसी विवाद में लिस्ट जारी नहीं हो रही है और छात्रों का कैरियर दांव पर लग गया है. हाल ही में विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ विश्वामित्र पांडेय ने भी यूएमआइस द्वारा लिस्ट जारी करने में बरती जा रही अनियमितता को लेकर आवेदन दिया गया है.
प्रीमियम कॉलेज में भी 50 सीट अभी खाली है
विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पहली लिस्ट जारी होने के दो माह बाद भी सेकंड लिस्ट जारी नहीं की गयी है. विश्वविद्यालय के प्रीमियर कॉलेज राजेंद्र महाविद्यालय में भी इस साल पहले लिस्ट पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीब 50 फीसदी सीट रिक्त हैं. जबकि इसके पहले स्नातक में नामांकन के दौरान पहली लिस्ट जारी होने पर ही 60 से 70 फीसदी सीट भर जाती थी. छपरा के जगदम कॉलेज, राम जयपाल कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज व पीसी विज्ञान कॉलेज में भी अधिकतर विषयों में 40 से 50 फीसदी सीट अभी खाली है. विदित हो कि 20 अगस्त को ही स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया क्लोज कर देनी थी.
छात्रों में बढ़ रहा आक्रोश, रोज लगा रहे कॉलेज का चक्कर
वैसे छात्र-छात्राएं जिन्हें सेकंड लिस्ट जारी होने का इंतजार है. उनका आक्रोश बढ़ रहा है. बुधवार को शहर के राजेंद्र कॉलेज में लिस्ट की जानकारी लेने पहुंची छात्रा सोनम कुमारी, समृद्धि सहगल, पूजा सिंह आदि ने बताया कि यदि लिस्ट जारी नहीं होता है तो उनका एक साल बर्बाद हो जायेगा. उन्हें पहले लिस्ट में ही अपना नाम आने की उम्मीद थी. लेकिन मेधा अंक कम होने के कारण उन्हें अवसर नहीं मिल सका. विश्वविद्यालय ने पिछले माह 13 अगस्त को ही दूसरी लिस्ट जारी करने की बात कही थी. लेकिन अब वह रोज अपने घर के नजदीक के कॉलेज में आकर लिस्ट की जानकारी ले रही हैं. लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहा है.
क्या कहते हैं डीएसडब्ल्यू
जेपीयू के डीएसडब्ल्यू सह नोडल पदाधिकारी डॉ सरफराज अहमद कहते हैं कि छात्र कल्याण विभाग के स्तर पर सेकंड लिस्ट जारी करने से संबंधित प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. हालांकि यूएमआइएस एजेंसी भुगतान के विवाद को लेकर लिस्ट को पोर्टल पर अपडेट नहीं कर रहा है. कुलपति को भी इस गंभीर समस्या से अवगत करा दिया गया है. उम्मीद है जल्द ही समाधान निकलेगा और लिस्ट जारी कर दिया जायेगा.