बिहार के ग्रामीण इलाकों में बनाये जायेंगे 500 नये बस पड़ाव, डीएम को जगह तय करने का जिम्मा
राज्यभर के ग्रामीण इलाकों में परिवहन सेवा सुखद हो सके. गांव-गांव तक बसों की सेवा लोगों तक पहुंचे, इसके लिए परिवहन विभाग ने इस वित्तीय वर्ष में 500 स्थानों पर बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया है.
पटना. राज्यभर के ग्रामीण इलाकों में परिवहन सेवा सुखद हो सके. गांव-गांव तक बसों की सेवा लोगों तक पहुंचे, इसके लिए परिवहन विभाग ने इस वित्तीय वर्ष में 500 स्थानों पर बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया है.
राज्य सरकार के निर्देश पर अभी सभी पंचायतों में बस पड़ाव बनाने की योजना के तहत 1000 जगहों पर काम चल रहा है, जिनमें से 371 पड़ाव बनकर तैयार हो गये हैं. अगले दो सालों में राज्य की सभी पंचायतों में बस पड़ाव का निर्माण कर लिया जायेगा.
पूर्व में हुई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद परिवहन विभाग ने पहले चरण में 500 बस पड़ाव बनाने की योजना पर काम शुरू किया था. इनमें 371 बस पड़ाव बनकर तैयार हो गये, जबकि 123 बस पड़ाव बनाने का काम जारी है.
छह का काम शुरू होना बाकी है. दूसरे चरण में विभाग ने 500 ग्रामीण इलाके, तो 82 नगर पंचायतों में बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया. इसमें 510 स्थानों के चयन का काम पूरा कर लिया गया है. हाल ही में इनमें से 125 स्थानों पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
इस साल अंत तक पूरा करना है यह काम
विभाग ने अब तीसरे चरण में मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 500 और ग्रामीण इलाके में बस पड़ाव बनाने का निर्णय लिया है.इसके लिए स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.विभाग की कोशिश है कि मार्च 2022 तक बस पड़ाव का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाये.
डीएम को दिया गया जिम्मा
पंचायतों में बस पड़ाव बनाने का जिम्मा डीएम को दिया गया है.डीएम की अध्यक्षता में बनी कमेटी यह तय करेगी कि पंचायत में कहां पर बस पड़ाव का निर्माण होगा. एक बस पड़ाव 10 फुट लंबा और 25 फुट चौड़ा होगा. एक बस पड़ाव बनाने में एक लाख 90 हजार खर्च होगा. बस पड़ाव में 20 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी, जबकि परिसर में इतनी जगह होगा कि 50 लोग भी आसानी से खड़ा हो सकें.
Posted by Ashish Jha