पटना: चारा घोटाले में रांची की विशेष अदालत दोषी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद को ठहराये जाने को राजनीतिक साजिश बताते हुए उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी ने कहा है कि वह हीरो हैं और हीरो रहेंगे.
चारा घोटाला : चारा घोटाले में लालू को पांच साल की सजा, सांसदी गयी
राजद के राष्ट्रीय प्रधानसचिव रामकृपाल यादव के अनुसार, लालू यादव की पत्नी राबडी देवी ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है और कहा है कि लालू जी हीरो हैं और हीरो रहेंगे. रामकृपाल ने कहा कि उनका पूर्व से ऐसा ही आंकलन था और गरीबों एवं दलितों की आवाज बनने वाले और धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने वाले को यही भुगतना होगा.
रामकृपाल ने कहा कि हकीकत यह है कि इस मामले में राशि लेने वाले जेल के बाहर हैं और जिन पर कोई आरोप नहीं है और जिन्होंने चारा घोटाले से जुडे मामलों को दर्ज कराया वह आज जेल में हैं.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को सजा सुनाए जाने के बाद आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए पार्टी एक बैठक आगामी नौ अक्तूबर को बुलायी गयी है. लालू को सजा सुनाए के समय पटना के दस सकरुलर रोड स्थित राबडी देवी के आवास पर सन्नाटा पसरा था और वह घर से बाहर नहीं निकली. ऐसा ही नजारा पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय में भी देखा और पार्टी के अधिकांश बडे नेता राज्य मुख्यालय से बाहर हैं.
रघुवंश प्रसाद ने कहा, ‘‘ लालू खुद उपलब्ध हैं. अगर कोई पांच.दस दिन नहीं रहता है तब क्या संकट है? हां, उन्हें पांच वर्ष की सजा सुनायी गई है लेकिन क्या उन्हें जमानत नहीं मिलेगी? हम उच्च न्यायालय में अपील दायर करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें गीता भेंट की है. जब तब वह इस ग्रंथ का आधा हिस्सा पढ़ेंगे तब तक उन्हें जमानत मिल जायेगी. अगर कोई 10.20 दिन के लिए कहीं चला जाता है तब क्या हम उसके स्थान पर किसी अन्य को नियुक्त करते हैं. यह पूरी तरह से अव्यवहारिक है.’’ उन्होंने लालू के पहली बार जेल जाने के समय राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाये जाने और वर्तमान स्थिति में अंतर बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार का नेतृत्व करने का विषय अलग है. उस समय वह सरकार के मुखिया थे और सरकार के नेता को बदलना था. ऐसे में स्थिति तकनीकी थी. जहां तक पार्टी के नेतृत्व का सवाल है, ऐसी कोई तकनीकी जरुरत नहीं है.’’ रघुवंश प्रसाद सिंह के राजद के अगले अध्यक्ष बनाये जाने की संभावना के बारे में अटकलें लग रही है. हालांकि उन्होंने जोर दिया कि किसी और को पार्टी प्रमुख बनाये जाने की जरुरत नहीं है.