खुदाई में मिले पुरातात्विक सिक्के

हाजीपुर. निजी तालाब की खुदाई में मिले ऐतिहासिक वैशाली के पुरातात्विक अवशेषों को लेकर संग्रहालय बनाने व गांव को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की सुनहरी संभावना जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण सिरे नहीं चढ़ पा रही है. विदित हो कि पटेढ़ी बेलसर प्रखंड क्षेत्र के नगवां निवासी चितरंजन पटेल अपने नगवांडीह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2013 10:41 PM

हाजीपुर. निजी तालाब की खुदाई में मिले ऐतिहासिक वैशाली के पुरातात्विक अवशेषों को लेकर संग्रहालय बनाने व गांव को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की सुनहरी संभावना जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण सिरे नहीं चढ़ पा रही है. विदित हो कि पटेढ़ी बेलसर प्रखंड क्षेत्र के नगवां निवासी चितरंजन पटेल अपने नगवांडीह गांव स्थित जमीन में मत्स्य पालन के लिए निजी तालाब खुदवा रहे थे. तभी उन्हें जमीन के अंदर से कई ऐसे पुरातात्विक अवशेष मिले, जो ईशा मसीह, ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम आदि से इसके ऐतिहासिक संबंधों के अध्ययन को एक दिशा दे सकता है. तालाब की खुदाई में एक सुरंग भी दिखायी दी है, जिसके बारे में कयास लगाया जा रहा है कि शायद भगवान बुद्ध इस रास्ते का उपयोग करते हो. खुदाई में मिली ईंट जिस पर विभिन्न किस्म की तसवीरें हैं, पुराना घड़ा, जेवरात, मुकुट ,पायल ,ईशा मसीह की तसवीर, जॉर्ज पंचम के कार्यकाल का सिक्का, अल्युमिनियम परत पर बना नक्शा, ताम्रपत्र आदि इस स्थान को ऐतिहासिक रूप से वैशाली से जोड़ता प्रतीत होता है. स्थानीय नागरिक चाहते है कि सुरंग की सफाई कर यह पता लगाया जाये कि वह कहां तक जाती है. खुदाई में मिला नक्शा किसका है. स्थानीय नागरिक चाहते हैं कि खुदाई का काम पुरातत्व विभाग पूरा करे और खुदाई से मिले सामान को नगवां में संग्रहालय बना कर संगहित किया जाये और इसे बौद्ध पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाये. दूसरी ओर श्री पटेल ने कहा कि उन्होंने तालाब की खुदाई मत्स्य पालन के लिए करवायी है और तालाब के भिंडा पर पशुपालन के लिए फार्म बनवाना है, लेकिन थानाध्यक्ष ने उस पर निर्माण कार्य पर रोक लगा दी और सूचना देने के बावजूद जिला प्रशास ने इस मामले में कोई कार्रवाई अब तक नहीं की है. जिला पदाधिकारी को दिये एक आवेदन में श्री पटेल ने अपनी समस्या के समाधान की मांग की है. जिलाधिकारी वैशाली ने उनके आवेदन को जांच कर कार्रवाई हेतु पर्यटन कोषांग के प्रभारी वरीय उपसमाहर्ता दिलीप अग्रवाल को सौंप दिया है.

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