मरजी से बहाली, मनमाना वेतन

जेपी विवि:बिना अनुमति संविदा पर नियुक्ति, चार करोड़ का खेलपटना: जेपी विश्वविद्यालय, छपरा में सरकार की बिना अनुमति के संविदा पर कर्मियों की नियुक्ति करने और उन्हें चार करोड़ रुपये का भुगतान किये जाने का मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग ने विवि को दोषियों से राशि वसूलने का निर्देश दिया है. विभाग ने पूछा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2013 7:50 AM

जेपी विवि:बिना अनुमति संविदा पर नियुक्ति, चार करोड़ का खेल

पटना: जेपी विश्वविद्यालय, छपरा में सरकार की बिना अनुमति के संविदा पर कर्मियों की नियुक्ति करने और उन्हें चार करोड़ रुपये का भुगतान किये जाने का मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग ने विवि को दोषियों से राशि वसूलने का निर्देश दिया है.

विभाग ने पूछा है कि बिना सरकार की अनुमति के कैसे संविदा पर कर्मियों को नियुक्त कर लिया गया. विशेष सचिव एचआर श्रीनिवास की अध्यक्षता में विश्वविद्यालयों के वित्त पदाधिकारियों व कुलसचिवों की बैठक में यह आदेश पारित हुआ. विवि को कहा गया कि दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करें. एसजी की रिपोर्ट में राशि के विचलन को दरसाया गया था.

एलएनएम विवि से मांगा 58 लाख का हिसाब : विभाग ने एलएनएम विवि, दरभंगा के कुलसचिव को आदेश दिया है कि 2006 से 2011 के बीच कॉलेज शुल्क के 95 लाख रुपये का भुगतान नियम के खिलाफ वेतन पर कर दिया गया. इनमें 58 लाख का हिसाब अभी तक नहीं दिया गया है. उन्हें कहा गया कि दो दिनों के अंदर 58 लाख रुपये का हिसाब दें और दोषियों पर कार्रवाई कर विभाग को सूचना दें.

1.17 करोड़ का हिसाब दे बीएन मंडल विवि : बीएन मंडल विवि, मधेपुरा के कुलसचिव को कहा गया कि 1.17 करोड़ रुपये का विचलन हुआ, जिसका जवाब विवि प्रशासन ने नहीं दिया है. यही भी नहीं बताया गया कि इतनी राशि किन-किन मदों में खर्च हुई. चार दिनों के अंदर पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश कुलसचिव को जारी हुआ. केएसडी संस्कृत विवि दरभंगा से कोई पदाधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं थे, इसको लेकर कुलसचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

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