सिलाव/बिहारशरीफ (नालंदा) . महज सात डिसमिल जमीन की खातिर एक बच्चे को अगवा कर मार डाला गया. बच्चे की हत्या गले में रस्सी बांध कर की गयी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने पेट पर ‘स्कूल का बदला’ लिख कर शव को उसके घर के दरवाजे पर फेंक दिया. घटना नालंदा थाना क्षेत्र के नालंदा मोड़ के समीप हुई. नालंदा मोड़ निवासी राकेश कुमार उर्फ बबलू कुमार के तीन वर्षीय पुत्र कारू कुमार की हत्या के मामले एक महिला सहित चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे के बाद चार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होने वालों में अरुण पासवान उर्फ मंजू पासवान, बैकुंठ शर्मा, इसका बड़ा पुत्र राकेश शर्मा व अरुण पासवान का बड़ा पुत्र मिथुन पासवान शामिल है. गिरफ्तार अरुण पासवान की पत्नी राधिका देवी भी आरोपित है. लेकिन पुलिस महिला को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. बताया जाता है कि गुरुवार की संध्या करीब पांच बजे तीन वर्षीय कारु अपने घर के दरवाजे के समीप तीन बहनों के साथ खेल रहा था. इसी दौरान एक युवक कारु को वहां से लेकर चला गया. इस बात की खबर कारु की बहनें अपने घर में दी. बालक की खोजबीन पूरी रात चली. घटना की सूचना संबंधित थाने की पुलिस को भी दी गयी. पुलिस भी अपने स्तर से बालक की खोजबीन में जुट गयी. शुक्रवार की अहले सुबह करीब तीन बजे बच्चे का शव घर के दरवाजे के पास फेंका मिला. शव के मिलते ही घर में कोहराम मच गया. मामले की सूचना नालंदा के थानाध्यक्ष राजनंदन को दी गयी. पुलिस ने शव का अंत्यपरीक्षण करा कर उनके परिजनों को सौंप दिया. इधर, मृतक के पिता राकेश कुमार ने सदर अस्पताल में बताया कि नोना गांव निवासी अरुण पासवान से सात डिसमिल जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था. उसके द्वारा पूर्व में धमकियां भी दी गयी थीं. थानाध्यक्ष राजनंदन ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बालक की हत्या किस स्थान पर की गयी. गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की जा रही है. अपराधियों द्वारा दिग्भ्रमित करने के लिए बालक के पेट पर स्कूल का बदला लिखे जाने की बात बतायी गयी है.
नाराज लोगों ने जाम की सड़क
तीन वर्षीय बालक की अगवा कर हत्या करने से नाराज लोग सड़क पर उतर आये. सिलाव-नालंदा मार्ग को जाम कर दिया गया. आक्रोशित लोग घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. इस जाम से बिहारशरीफ-राजगीर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. हालांकि मौके पर पहुंची नालंदा थाने की पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया.