पटना. पटना में वायरल बुखार का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है. इससे सबसे ज्यादा पीड़ित बच्चे हैं. वायरल फ्लू के शिकार बच्चे निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं.एनएमसीएच में सोमवार को एक बच्चे की मौत हो गयी. वहीं पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में सोमवार को 34 बच्चे सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्या लेकर आये.
पेडियाट्रिक्स ओपीडी में आने वाले ज्यादातर बच्चे इन दिनों मौसमी वायरल फ्लू के शिकार होकर आ रहे हैं. सोमवार को भी ओपीडी में आने वाले दो बच्चों को पेडियाट्रिक्स वार्ड में भर्ती किया गया. पीएमसीएच का नीकू वार्ड पहले से ही मरीजों से भरा हुआ है.
आइजीआइएमएस की पेडियाट्रिक्स ओपीडी में सोमवार को कुल 66 बच्चे इलाज के लिए आये. इसमें से 22 में मौसमी वायरल फ्लू के लक्षण थे. इन बच्चों में चार को गंभीर पाया गया इन्हें इलाज के लिए पेडियाट्रिक्स वार्ड में भर्ती किया गया है. आइजीआइएमएस में भी रोजाना सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्याओं को लेकर बच्चे आ रहे हैं.
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती एक और नवजात की मौत सोमवार को हो गयी है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार ने बताया कि फतुहा निवासी तीन माह के बच्चे की मौत सोमवार को हुई है. परिजनों ने गंभीर स्थिति में उसे बीते छह सितंबर को अस्पताल में शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया था.
वह निमोनिया व अन्य बीमारियों से पीड़ित था. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 84 बेड वाले वार्ड में 88 बच्चे को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. सोमवार को चार और बच्चे भर्ती हुए. ओपीडी में 95 बच्चे उपचार कराने पहुंचे थे.
राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और जिला अस्पतालों में वायरल बुखार को लेकर कुल 574 बच्चों को भर्ती कराया गया है. इन सभी बच्चों की कोरोना की जांच करायी गयी है. किसी भी बच्चे में संक्रमण नहीं पाया गया है.
इधर सोमवार को राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों और जिला अस्पतालों के ओपीडी में कुल 524 बच्चे इलाज के लिए आये. इनमें से सौ बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया गया जबकि शेष को ओपीडी में दवा व परामर्श देकर वापस कर दिया गया. पहले से मेडिकल कॉलेज अस्पताल व जिला अस्पताल में वायरल बुखार से पीड़ित 24 बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि जिन बच्चों को भर्ती कराया गया है उनको बुखार और सांस लेने में हल्की तकलीफ पायी गयी. गोपालगंज जिले से कुल 56 सैंपल भेजे गये थे जिसमें नौ बच्चों के सैंपल डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं.
Posted by Ashish Jha