– मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख मुआवजा
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि रविवार को राजधानी में हुए सीरियल ब्लास्ट बिहार की शानदार परंपरा पर कलंक हैं. यह माहौल बिगाड़ने की साजिश है. जो दिन और समय तय किया गया, उससे साफ पता चलता है कि न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश का माहौल बिगाड़ने की यह साजिश है. यह चिंताजनक है. ऐसी घटनाओं के पीछे आतंकियों के हाथ से इनकार नहीं किया जा सकता, वहीं इसे स्वीकारना भी जल्दीबाजी होगी. इन घटनाओं को अंजाम देनेवाले तत्वों का सभी दलों को मिल-जुल कर मुकाबला करना चाहिए.
अपने आवास एक अणो मार्ग में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, घटना की निष्पक्ष जांच होगी. हम दोषियों तक पहुंचने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे. जांच एजेंसियों को तार्किक नतीजे पर पहुंचने के लिए वक्त मिलना चाहिए. एक-दो दिनों में जांच की तसवीर और साफ होगी. एनआइए की टीम पटना पहुंच चुकी है. पांच लोग मारे गये हैं.
आइजीआइएमएस व पीएमसीएच में गंभीर रूप से घायल एक-एक शख्स भरती हैं. पीएमसीएच में 83 लोगों को लाया गया था, जिनमें से अभी 38 का इलाज चल रहा है. बम निष्क्रिय करने में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है. मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख का मुआवजा दिया जायेगा. घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर कराया जायेगा.
* सबक और चुनौती
मुख्य सचिव एके सिन्हा, गृह सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी अभयानंद , स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सीएम के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह और कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्र की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी के साथ राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इस तरह की घटना का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए. इसमें राजनीतिक साजिश नहीं हो सकती. इस तरह की घटना एक सबक है और भविष्य के लिए चुनौती है. यह सामूहिक जिम्मेवारी है.
केंद्र या राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियों ने इस तरह की घटना की कोई सूचना सरकार व पुलिस प्रशासन को नहीं दी थी. इसे इंटेलिजेंस फेल्योर नहीं कहा जा सकता. यह बहुत छोटी शब्द है. एनआइए भी घटना की जांच कर रही है. इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री व गृह मंत्री ने फोन किया था. भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी फोन किया था.
* मिले महत्वपूर्ण सुराग
सीएम ने कहा कि पटना जंकशन पर विस्फोट के बाद एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में भागते हुए पकड़ा गया है. उससे पूछताछ में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिला है. कल शाम गांधी मैदान के दक्षिणी छोड़ यानी ट्विन टावर के समीप लावारिस अवस्था में सूटकेस मिला था, लेकिन उसमें ऐसे कागजात नहीं थे, जिनसे ऐसी घटनाओं का अंदेशा हो. बावजूद इसके पुलिस-प्रशासन को पूरी व्यवस्था करने का आदेश दिया गया था. ऐसी घटनाओं के पीछे का उद्देश्य बिहार में कायम वातावरण को बिगाड़ना रहा होगा.
पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया था. आयोजकों को भी आश्वस्त किया गया था. बावजूद यह घटना हो गयी. इसे महज संयोग कहा जा सकता है. भाजपा से राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए सरकार व पुलिस ने सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया.
लोकतंत्र में सभी को अपन बात कहने का अधिकार है. इस तरह की घटना के बाद आरोप-प्रत्यारोप के बजाय सबों को इस घटना की निंदा करनी चाहिए. ऐसे कार्यक्रमों में दूसरे राज्यों की भी पुलिस आती है. संयुक्त स्तर पर पूरी व्यवस्था की गयी थी. उन्होंने राज्य की जनता से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि पुलिस व सरकार सचेत है.
इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसका पुरा ख्याल रखा जायेगा. सुरक्षा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि घटना के बाद मुंगेर व राजगीर के कार्यक्रम को रद्द कर स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए थे.
* जांच एजेंसियों को नतीजे पर पहुंचने के लिए समय मिलना चाहिए
* राजनीतिक साजिश नहीं