घायल आतंकी के सर में बम का टुकड़ा, बचने के आसार कम

पटना: पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में गत 27 अक्तूबर को हुए विस्फोट में घायल संदिग्ध ऐनुल उर्फ तारिक के मस्तिष्क में बम के टुकडे मौजूद होने के कारण उसके बचने के आसार कम हैं. पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) के निदेशक अरुण कुमार ने बताया कि उसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2013 7:41 PM

पटना: पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में गत 27 अक्तूबर को हुए विस्फोट में घायल संदिग्ध ऐनुल उर्फ तारिक के मस्तिष्क में बम के टुकडे मौजूद होने के कारण उसके बचने के आसार कम हैं.

पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) के निदेशक अरुण कुमार ने बताया कि उसे जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है. ऐनुल इसी अस्पताल में भर्ती है.

उन्होंने बताया कि ऐनुल के मस्तिष्क में बम के लोहे के छोटे टुकडों के मौजूद होने के कारण उसका तत्काल आपरेशन किया जाना संभव नहीं है. ऐसे में जो संभव है न्यूरो सजर्न उसका इलाज कर रहे हैं.

ऐनुल के जीवित बच पाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसकी उम्मीद कम है. घायल ऐनुल को पुलिस ने पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में विस्फोट के बाद पकडा था.

ऐनुल के कोमा में होने के कारण पुलिस उसे अब तक न तो पूछताछ कर पायी है और न ही न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश कर सकी है.

ऐसी चर्चा है कि ऐनुल मानव बम था जिसके द्वारा शौचालय में टाईमर की बैटरी बदलने के क्रम में उसके पास मौजूद बम के विस्फोट कर गया था. ऐनुल के पास मौजूद कुछ टेलिफोन नंबर और दस्तावेज से पुलिस को आतंकी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी.

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