* पटना बम ब्लास्ट : रक्सौल से अज्ञात व्यक्ति ने भेजा रेल एसपी को पत्र
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर जंक्शन को छठ के दिन बम से उड़ाने की धमकी मिली है. रेल एसपी विनोद कुमार को अज्ञात पत्र भेज कर स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी गयी है. धमकी मिलने के बाद स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. आरपीएफ व जीआरपी के अलावा रेल एसपी ने जिला पुलिस से भी स्टेशन की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात करने की मांग की है.
बताया जाता है कि दो दिन पूर्व रेल एसपी को अज्ञात पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें कहा गया है कि आठ या नौ नवंबर को बम से स्टेशन को उड़ा दिया जायेगा. पत्र के अंत में भेजनेवाले ने अपना नाम अज्ञात व्यक्ति, रक्सौल लिखा है. पत्र प्राप्त होते ही रेलवे के अधिकारियों के बीच हड़कंप की स्थिति बनी हुई है.
पटना व बोधगया बम ब्लास्ट की घटना के बाद धमकी भरे पत्र को गंभीरता से लिया गया है. रेल एसपी ने पूरे मामले से आरपीएफ के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया है. इस बीच, आरपीएफ व जीआरपी की ओर से दर्जनों पुलिसकर्मियों को स्टेशन की सुरक्षा में तैनात किया गया है. रेल एसपी ने ट्रेन से उतरने व चढ़नेवाले यात्रियों की तलाशी लेने का निर्देश दिया है. वहीं, आरपीएफ सीसी टीवी कैमरे की मदद से पूरे स्टेशन पर नजर रख रही है.
* सरवर की तलाश में एनआइए का छापा
पटना बम ब्लास्ट मामले में एनआइए की टीम ने दूसरी बार गुरुवार को मुजफ्फरपुर में छापेमारी की. एनआइए की आठ सदस्यीय टीम ने नगर पुलिस के सहयोग से चंदवारा के बिदेंश्वरी कंपाउंड स्थित एक लॉज में छापेमारी की. टीम के सदस्यों को सरवर नाम के युवक की तलाश थी.
बताया जाता है कि सरवर दो दिन पूर्व ही लॉज खाली कर चला गया था. सरवर के बारे में पुलिस को पूछताछ में पता चला कि वह दो साल से इस लॉज में रह रहा था. लॉज के बाहर कॉमर्स स्टडी प्वाइंट का पोस्टर लगा था. छानबीन में पता चला कि लॉज अहमद नाम के व्यक्ति का है. पुलिस ने लॉज संचालक से भी पूछताछ की, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. करीब 40 मिनट तक एनआइए की टीम ने लॉज में रह रहे महिलाओं व बच्चों से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि सरवर पूर्व में कोचिंग क्लास चलता था.
लॉज में रह रही महिलाएं टीम के सदस्यों को सरवर के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकीं. संभवत: वह पूर्वी चंपारण जिले का रहनेवाला है. सरवर का पता नहीं चलने पर टीम के सदस्य मोतिहारी रवाना हो गये. इसके पूर्व भी 29 अक्तूबर की देर रात एनआइए की टीम ने मनियारी के नीरपुर में मो अली की तलाश में छापेमारी की थी. अगले दिन अहियापुर थाना क्षेत्र के सर सैयद कॉलोनी में आफताब के घर छापेमारी हुई थी. उसके घर से लैपटॉप, आइ पैड, पेन ड्राइव सहित नौ सामान को जब्त किया गया था. उसी दिन सुबह छह बजे के करीब स्टेशन रोड स्थित सिद्धार्थ होटल से एनआइए की चंगुल से बोधगया ब्लास्ट का गवाह मेहरे-ए-आलम फरार हो गया था.
* ताबिश व आलम की हिरासत अवधि 12 तक बढ़ी
पटना की एक अदालत ने सिलसिलेवार धमाके में गिरफ्तार ताबिश न्याज उर्फ अरशद की न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ाकर 12 नवंबर कर दी है. प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी कृष्ण गोपाल ने अरशद की न्यायिक हिरासत की अवधि को पांच दिन और बढ़ाया. उसी अदालत ने धमाके में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी इम्तेयाज अंसारी उर्फ आलम की भी न्यायिक हिरासत की अवधि को बढ़ाकर 12 नवंबर कर दी है.
पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दस के एक शौचालय में पिछले 27 अक्तूबर को हुए धमाका मामले के आरोपी इम्तेयाज की न्यायिक हिरासत की अवधि 11 नवंबर को समाप्त होनेवाली थी. इम्तेयाज को पटना रेलवे स्टेशन पर हुए उक्त धमाके बाद गिरफ्तार किया गया था, जबकि अरशद को धमाके के दो दिनों बाद पूर्वी चंपारण जिला के कल्याणपुर थाना अंतर्गत अलौला गांव से गिरफ्तार किया था.
पटना रेलवे स्टेशन पर हुए धमाके में अरशद के रिमांड पत्र के साथ संलग्न मेडिकल पुर्जे को देखने के बाद अदालत ने जब उसके सूजे हुए चेहरे के बारे में यह पूछा कि क्या यह प्रताड़ना के कारण हुआ है तो पुलिस ने बताया कि यह उसके जमीन पर सोने के कारण हुआ है. पुलिस ने अदालत को बताया कि जमीन पर सोने के कारण अरशद के बाएं कान और गर्दन में दर्द होने पर उसका इलाज न्यू गार्डनियर रोड स्थित अस्पताल में कराया गया था.
* छठ पर घटना को अंजाम देने की धमकी
* पत्र मिलते ही स्टेशन की सुरक्षा बढ़ी
* सीसीटीवी से भी रखी जा रही है नजर