किसी को नहीं मिलेगा बहुमत

– एक हो सकती हैं गैर कांग्रेस–भाजपा शक्तियां – अभी नहीं है थर्ड फ्रंट, चुनाव बाद स्थिति के अनुसार लेंगे निर्णय – पीएम की दौड़ में नहीं, बिहार के विकास पर ध्यान केंद्रित पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिलेगा. सोमवार को जनता के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2013 5:46 AM

– एक हो सकती हैं गैर कांग्रेसभाजपा शक्तियां

– अभी नहीं है थर्ड फ्रंट, चुनाव बाद स्थिति के अनुसार लेंगे निर्णय

– पीएम की दौड़ में नहीं, बिहार के विकास पर ध्यान केंद्रित

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिलेगा. सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि कांग्रेस भाजपा से अलग शक्तियां एक हो सकती हैं. लेकिन, थर्ड फ्रंट अभी नहीं है.

चुनाव बाद क्या स्थिति होगी, उसके अनुसार निर्णय लिया जायेगा. प्रधानमंत्री पद की दौड़ से अपने आप को अलग बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरा पूरा ध्यान बिहार के विकास पर केंद्रित है.

दर्जा मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई : सात दिसंबर को शुरू होनेवाली जदयू संकल्प रैली को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी. रघुराम राजन कमेटी की रिपोर्ट के बाद रास्ते खुल गये हैं. केंद्र को जल्द निर्णय लेना चाहिए.

नरेंद्र मोदी की सुरक्षा और नक्सली समस्या को लेकर बरती गयी लापरवाही और आइबी रॉ की ओर से इस बाबत पीएमओ को सौंपी गयी रिपोर्ट के बारे में अनभिज्ञता जताते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि क्या यह रिपोर्ट मीडिया के लिए बनी थी. यह कैसी रिपोर्ट है, जो लीक हो गयी. सुरक्षा को लेकर नियम बने हुए हैं.

जो लोग भी हम पर आक्षेप लगा रहे हैं, वे अपना बयान सुरक्षित रख लेंगे, ताकि समय आने पर पलटी मारें. नक्सली समस्या को लेकर सबसे पहले बिहार ने 2006 में आपकी सरकार, आपकी द्वार योजना शुरू की. इसी का अनुकरण करते हुए बिहार सरकार को बिना श्रेय दिये ही आइएपी योजना केंद्र ने शुरू की.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के निशाने पर उनकी सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे भाजपा नेता सुशील मोदी भी रहे. यूट्यूब पर अपलोड एक फुटेज का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दुख होता था कि साथ रहनेवाले पूर्व सहयोगी इस तरह का व्यक्तिगत आक्षेप लगाते हैं.

लेकिन, जिस तरीके से वे अपने ही नेता को पीछे छोड़ने में लग गये हैं, उससे अब वह दुख दूर हो गया है. मालूम हो कि उस फुटेज में सुशील मोदी वैशाली में मीडियाकर्मियों से बातचीत करने से पहले यह कहते हुए पाये गये हैं कि चैनलवालों का क्या भरोसा, अभी मेरी खबर दिखायेंगे. नरेंद्र मोदी की खबर जाये, तो हमें हटा कर उनकी खबर दिखाने लगेंगे.

नमक को लेकर फैलायी गयी अफवाह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दो घंटे में सरकार ने उस पर काबू पा लिया. एक समय गणोश जी को दूध पिलाया गया था. इस बार भी लोगों ने चेचियाकर अफवाह फैलायी. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह द्वारा नरेंद्र मोदी को आतंकी कहे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, मेरे बारे में क्याक्या कहा गया है.

आज जो उनके बारे में कह रहे हैं, वे मेरे सहयोगी हैं. मेरे बारे में जो कह रहे हैं, वे कल के सहयोगी हैं. लेकिन, हम तनाव में नहीं रहते हैं. बोलते वक्त मुस्कुराते हैं, तो लोगों को खराब लगता है.

पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी द्वारा शेरघाटी में राजद की परिवर्तन रैली में भाजपा को रावण और बिहार की जदयू सरकार को कंस बताये जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि क्या वह ऐसे शब्दों को अपने शब्द संग्रह में शामिल करें.

सुशील मोदी पर भी निशाना

– छपास के रोगी, कोई काम नहीं, हर दिन जारी करते हैं पांचछह बयान

– नकली में विश्वास, बात नकली, हवा नकली

वाजपेयी पर कांग्रेस में दो सुर

– केंद्रीय मंत्री एमएम पल्लम राजू ने अटलजी को महान स्टेट्समैन और भारतरत्न का हकदार बताया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने अटल बिहारी वाजपेयी को भारतरत्न देने की मांग का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जनता उन्हें पहले ही खारिज कर चुकी है.

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