अब यूपीवाले बिहार होकर जायेंगे
गंडक नदी पर बहुप्रतीक्षित रतवल-धनहा पुल को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है.दो किमी लंबे इस पुल का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले धनहा इलाके के चार प्रखंडों में उत्तर प्रदेश होकर जाना पड़ता था. यह जिले व प्रदेश से कटे थे, लेकिन पुल बन जाने से यह […]
गंडक नदी पर बहुप्रतीक्षित रतवल-धनहा पुल को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है.दो किमी लंबे इस पुल का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले धनहा इलाके के चार प्रखंडों में उत्तर प्रदेश होकर जाना पड़ता था.
यह जिले व प्रदेश से कटे थे, लेकिन पुल बन जाने से यह समस्या दूर हो गयी है. अब बिहार नहीं, बल्कि यूपी के लोग इस पुल से होकर आयेंगे. खुशी की बात है, कि यह इलाका अब बुद्ध सर्किट से जुड़ जायेगा. ऐसा माना जाता है कि बुद्ध अंतिम बार इसी रास्ते से कुशीनगर गये थे. वह वैशाली से लौरिया होकर आये थे. अब बुद्ध के स्थलों का दर्शन करने के लिए यूपी व धनहा क्षेत्र के लोग आसानी से आ सकेंगे. 358 करोड़ रुपये की लागत से बना रतवल-धनहा पुल चार साल एक माह व पच्चीस दिन में बन कर तैयार हुआ है, जबकि इसके लिए चार साल दो माह का समय तय किया गया था.
बोले नीतीश
2015 तक हर घर को मिलेगी बिजली
गन्ना किसानों की समस्याएं होंगी दूर
जल्द घोषित किया जायेगा गन्ने का समर्थन मूल्य
पुल का हुआ नया नामकरण- ‘गौतम बुद्ध सेतु’
गांव शराबमुक्त, तो एक लाख का ईनाम
बिहार सरकार गांवों को शराबमुक्त करायेगी. जीविका के माध्यम से गांव-गांव में जागरुकता अभियान चलेगा. इसके लिए सरकार सहायता राशि भी देगी. जीविका समूह का कोई ग्राम संगठन किसी गांव को शराबमुक्त बनाता है, तो सरकार एक लाख रुपये का इनाम देगी. मद्य निषेध दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि शराब सेहत के लिए हानिकारक है. लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने जीविका की सदस्यों पर भरोसा जताते हुए कहा कि पूरे बिहार में 1.25 करोड़ महिलाएं अभियान चलायेंगी, तो क्या शराब बिकेगी? अवैध रूप से शराब बेचनेवाले भी नहीं बेच पायेंगे. उन्होंने कहा कि उत्पाद विभाग का काम सिर्फ राजस्व लाना नहीं है, बल्कि मद्य निषेध भी है.