गवाह को ही भेजा जेल

हाजीपुर. जिले के सहदेई बुजुर्ग की पुलिस ने गवाह को ही जेल भेज दिया, लेकिन भला हो न्यायालय का, जिसने मामले को ठीक से समझा और पुलिसकर्मियों को चेतावनी देते हुए गवाह को वापस घर भेजा दिया. इस कारण एक निदरेष को इस ठंड में रात हाजत में गुजरनी पड़ी. इतने पर भी पुलिस का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2013 10:51 PM

हाजीपुर. जिले के सहदेई बुजुर्ग की पुलिस ने गवाह को ही जेल भेज दिया, लेकिन भला हो न्यायालय का, जिसने मामले को ठीक से समझा और पुलिसकर्मियों को चेतावनी देते हुए गवाह को वापस घर भेजा दिया. इस कारण एक निदरेष को इस ठंड में रात हाजत में गुजरनी पड़ी. इतने पर भी पुलिस का मन नहीं भरा तो उसे एक कुख्यात अपराधी की तरह हथकड़ी लगा कर न्यायालय में भेज दिया. बिना किसी वारंट के न्यायालय में प्रस्तुत युवक को देख अदालत भी भड़क गयी. उसने पुलिस कर्मियों को डांट-फ टकार कर पकड़े गये व्यक्ति के साथ वापस कर दिया. घटना सहदेई बुजुर्ग थाने के शेखोपुर गांव की है. इस घटना को अंजाम दिया है एएसआइ अशोक सिंह ने. इस घटना की शिकायत लिखित रूप से पीड़ित सपन कुमार साह ने न्यायालय और वरीय पुलिस पदाधिकारियों से की है. बताया गया है कि शेखोपुर गांव निवासी राम सूरत साह के पुत्र सपन कुमार साह हाजीपुर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रवि कुमार की अदालत में चल रहे सरकार बनाम जगदीश साह के मुकदमे में गवाह हैं. न्यायालय ने इस गवाही के लिए सपन साह समेत पांच लोगों को 25 अक्तूबर को ही सम्मन जारी किया था. आरोप है कि एएसआइ गवाही सम्मन पर ही नाजायज रकम की मांग करने लगे. इसी बीच सपन ने न्यायालय में आकर पूरी जानकारी ली और नाजायज रकम देने से इनकार किया. इसके बाद 18 नवंबर की देर रात एएसआइ अशोक सिंह दलबल के साथ सपन के घर पर पहुंच कर हंगामा करते हुए उसे उठा लिया. जब परिजनों ने उन्हें पूरी बात बतायी और संबंधित वकील से उस समय रात में बात करायी लेकिन एएसआइ ने किसी की एक न सुनी और सपन को पुलिस जीप में बैठा कर थाने ले गये और हाजत में बंद कर दिया. रात भर मानसिक और शारीरिक कष्ट ङोल रहे सपन को दूसरे दिन हथकड़ी लगा कर न्यायालय भेज दिया गया. न्यायालय ने जब बिना गिरफ्तारी वारंट के युवक को गिरफ्तार कर प्रस्तुत करते देखा तो कड़ा एतराज जताया और इसके लिए पुलिस कर्मियों को कड़ी चेतावनी दी. न्यायालय ने युवक को तत्काल मुक्त करने का आदेश देते हुए उसे घर जाने को कहा. युवक ने न्यायालय और वरीय पुलिस पदाधिकारियों से इस मामले में न्याय की गुहार लगायी है.

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