BPSC Result: पटना SSP ऑफिस का सिपाही बना अधिकारी, चर्चित विधायक और डिप्टी मेयर की बेटी भी बनी अफसर..
67वीं बीपीएससी का रिजल्ट जारी कर दिया गया. इस रिजल्ट ने कई अभ्यर्थियों की ओर सबका ध्यान खींचा है. पटना SSP ऑफिस में तैनात एक सिपाही ने इस परीक्षा में बाजी मारी. इस बार विधायक से लेकर डिप्टी मेयर तक की बेटी अधिकारी बनी हैं. जानिए क्या रहा है सफर..
67th BPSC Result जारी कर दिया गया है. इस बार 24 सेवाओं के लिए 799 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. शनिवार को जारी हुए इस परिणाम ने कई ऐसे चेहरों को सामने लाया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है. सफल होने वाले अभ्यर्थियों के संघर्ष व लगन की ऐसी ही कई कहानी हम आपके सामने ला रहे हैं. इन अभ्यर्थियों ने यह साबित किया है कि अगर सही तरीके से लक्ष्य को साधा जाए तो उसे हासिल करना कहीं से नामुमकिन नहीं. इस बार पटना एसएसपी ऑफिस में तैनात एक सिपाही ने भी बाजी मारी और अधिकारी बन गए. वहीं बेहद चर्चित विधायक की बेटी भी अफसर बनी है.
मधेपुरा के आलमनगर विधानसभा के विधायक नरेंद्र नारायण यादव की बेटी मौसमी ने भी बीपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है. उनके पिता नरेंद्र नारायण यादव जदयू के कद्दावर नेता माने जाते हैं. आलमनगर सीट से वो 6 बार जीत दर्ज कर चुके हैं. पूर्व मंत्री रहे विधायक नरेंद्र नारायण यादव की छोटी पुत्री मौसम कुमारी ने 580वां रैंक प्राप्त कर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी का पद प्राप्त किया है. विधायक की पुत्री मौसम ने पटना के विमेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद स्नातकोत्तर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से की. पीजी करने के बाद एनईटी आइआरएफ की परीक्षा मौसमी पास की और इसमें 66वां रैंक प्राप्त किया था. अब 67वीं बीपीएससी की परीक्षा में 580 वां रैंक प्राप्त कर मौसमी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बनेगी.
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भाजपा नेता की बहू बनीं बीडीओ, दारोगा की ले रही ट्रेनिंग
गया के एक भाजपा नेता की बहू इस बार अधिकारी बनी है. परैया खुर्द के मुखिया सुनील कुमार दांगी भाजपा से जुड़े हुए हैं. उनकी बहू स्मृति वर्मा ने बीपीएससी की परीक्षा पास की है और अधिकारी बनी हैं. स्मृति वर्मा ने दारोगा की परीक्षा भी पास की थी और अभी ट्रेनिंग ले रही हैं. उन्होंने अपना निशाना साधे रखा और दारोगा की ट्रेनिंग करते हुए ही बीपीएससी की परीक्षा पास कर ली. राजकीय उच्च विद्यालय नवस्थापित गया हाइस्कूल से उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की. स्नातक (प्रतिष्ठा विषय) हिंदी उन्होंने आरजीएस मेमोरियल इवनिंग कॉलेज गया से की है. स्मृति वर्मा बीडीओ बनी हैं.
पटना एसएसपी के सिपाही बने अफसर..
पटना के एसएसपी दफ्तर में तैनात एक सिपाही ने बीपीएससी की परीक्षा पास करके सबको चौंका दिया है. छपरा के रहने वाले आलोक कुमार राय ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा में बाजी मारी और 538 रैंक हासिल किया. आलोक कुमार राय ब्लॉक वेलफेयर अधिकारी बने हैं. आलोक के पिता छपरा में ही पुलिस सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. आलोक के साथ काम करने वाले उनके साथी पुलिसकर्मी बताते हैं कि आलोक अपने लक्ष्य के प्रति हमेसा सजग रहे. परिश्रम करने में कभी कमी नहीं की और अब बाजी मार ली.
पूर्व डिप्टी मेयर की बेटी बनी अधिकारी..
पूर्णिया की बेटी अंशु प्रिया ने भी 67वीं बीपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है. अंशु प्रिया पूर्णिया नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर संतोष यादव की बेटी हैं. अंशु की पढ़ाई पूर्णिया से ही हुई. माउंट जियोन स्कूल से उसने 12वीं तक की पढ़ाई की और पूर्णिया कॉलेज से जूलॉजी में ग्रेजुएशन किया. अंशु प्रिया ने बीपीएससी को अपना लक्ष्य बनाया और कड़ी मेहनत के जरिए इसमें सफलता हासिल की.
पिता की सड़क हादसे में मौत, बेटी ने मां के सपने को किया साकार
बिहार लोक सेवा आयोग के 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की अगर लिस्ट और उनका सफर देखा जाए तो यह कहना गलत नहीं होगा कि विपत्ति के दौर को अगर चैलेंज के रूप में ले लिया जाए तो सफलता कदम चूमती है और हर वो चीज हासिल होता है जिसे आप शिद्दत से चाह लें. मनेर की आकांक्षा भी इस परीक्षा में पास होकर अब अधिकारी बनी हैं. 67वीं बीपीएससी की परीक्षा पास करके एससीएसटी ऑफिसर बनी आकांक्षा के पिता अमरेंद्र गुप्ता की मौत एक सड़क हादसे में हो गयी थी. तब आकांक्षा अपनी मां की गोद में ही थी. आकांक्षा की मां किरण गुप्ता ने ट्यूशन व निजी विद्यालय में पढ़ाकर अपनी बेटी की परवरिश की. उच्च लक्ष्य के लिए उसे प्रेरित करत रही. आकांक्षा की मां किरण अपने पति की मौत के बाद मायके के परिवार वालों के साथ रहती थीं. बेटी ने मुश्किल दिनों को चैलेंज के रूप में लिया और बीपीएससी की परीक्षा पास करके अधिकारी बन गयीं.