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BPSC Result: भागलपुर की बेटियों ने सेल्फ स्टडी से मारी बाजी, जिले से आधे दर्जन से अधिक अभ्यर्थी बने अफसर..

BPSC Result: भागलपुर के आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवारों को 67वीं बीपीएससी परीक्षा में सफलता मिली है. अलग-अलग क्षेत्रों के इन होनहारों ने कठिन परिश्रम करके सफलता हासिल की. इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं. जानिए इनके सफल होने का राज..

BPSC Result: 67वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का परिणाम शनिवार को जारी कर दिया गया. भागलपुर के आधा दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में सफलता मिली है. सफल अभ्यर्थियों में महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं इनमें कई ऐसे शख्स भी हैं जिन्होंने सेल्फ स्टडी से ही ये बाजी मार ली. जबकि कई ऐसे भी हैं जो जॉब करते हुए भी पढ़ाई किए और सफलता हासिल किए.

रश्मी भारती ने प्रथम प्रयास मे ही मारी बाजी

सबौर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खानकित्ता पंचायत के वार्ड संख्या दो निवासी सौरभ कुमार की पुत्री रश्मी भारती ने प्रथम प्रयास मे ही बीपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर क्षेत्र का मान सम्मान मे चार चांद लगाया है.रश्मी की मां निशा प्राथमिक विद्यालय कोदवार धोधा और पिता सौरभ कुमार प्राथमिक विद्यालय चायचक सबौर मे शिक्षक है.रश्मी अपनी सफलता का श्रेय मां और पिता को दिया है साथ ही उन्होने बताया कि कड़ी मेहनत का फल मिला है.रश्मि भारती आरडीओ पद पर चयनित हुई है. रश्मि ने जवाहर नवोदय विद्यालय से 10वीं व 12वीं पास किया है. 2019 में टीएमबीयू से जूलॉजी विज्ञान से स्नातक किया. रश्मि ने बताया कि बीपीएससी परीक्षा की तैयारी को लेकर किसी प्रकार का ट्यूशन व कोचिंग का सहायता नहीं ली है. रश्मि के माता-पिता दोनों शिक्षक हैं. रश्मि भारती ने छात्रों से कहा कि लक्ष्य पर फोकस करें. रोजाना चार से पांच घंटा कम से कम पढ़ाई करे. पढ़ाई के दौरान नकारात्मक चीजों से बचें.

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देवाशीष मिश्रा ने जॉब के साथ ही निकाली परीक्षा

इशाकचक के लालूचक भट्टा फैक्टरी रोड शिव मंदिर के निकट रहने वाले देवाशीष मिश्रा ने बीपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण होकर भागलपुर का नाम रोशन किया. अपने दूसरे प्रयास में आरडीओ पद हासिल किया है. 10वीं व 12वीं की पढ़ाई माउंट असिसि स्कूल से की है. इसके बाद बीटेक किया. फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे. देवाशीष मिश्रा ने बताया कि परीक्षा के लिए भूगोल विषय रखा था. जॉब से लौटने के बाद प्रतिदिन तीन से चार घंटे तक रोजाना पढ़ाई करते थे. उन्होंने नये छात्रों से कहा कि परीक्षा को लेकर पैटर्न बदल रहा है. ऐसे में बेसिक जानकारी जरूरी है. अब रटने का समय नहीं रह गया है. बल्कि समझा व सोच को बेहतर करना होगा. उन्होंने बताया कि पिता झारखंड से पुलिस सेवा से रिटायर हुए है. जबकि मां पूनम मिश्रा गृहणी है.

सेल्फ स्टडी से मनोज यादव को मिली सफलता

इशाकचक के श्यामलदास लेन के रहने वाले मनोज कुमार यादव ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता पायी है. उनका तीसरा प्रयास था. उनकी रैंक 457 है. उनका चयन बीसी-ईबीसी वेलफेयर अफसर के लिए हुआ है. मनोज ने बताया कि उनके पिता सुरेश प्रसाद यादव का दूध का कारोबार था. जबकि माता सीमा देवी गृहिणी हैं. मनोज ने जिला स्कूल भागलपुर से मैट्रिक व मारवाड़ी पाठशाला से 12वीं पास की है. इग्नू से बीसीए और एमसीए की पढ़ाई की है. उन्होंने परीक्षा को लेकर सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता दी थी. वर्तमान में पटना में सरकारी इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी के पद पर कार्यरत थे. मनोज कुमार ने परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि बेसिक चीजों पर खास ध्यान रखें. आने वाले दिनों में परीक्षा और कठिन होने जा रहा है. ऐसे में नॉलेज होना जरूरी है.

बरारी की डॉ रश्मिरथी ने बीपीएससी में पायी सफलता

बरारी निवासी डॉ रश्मि रथी ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता अर्जित की है. दूसरे प्रयास में 228 रैंक प्राप्त किया है. उन्हें जिला प्लानिंग ऑफिसर का पद मिला है. उनकी इस सफलता से परिवार व रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है. डॉ रश्मि ने बताया कि पूर्णिया स्थित डीएवी स्कूल से 10वीं व रांची डीएवी से 12वीं पास किया है. फिर डेंटल की पढ़ाई की. तिलकामांझी बस डिपो के पास क्लिनिक चलाते हैं. परिवार में सिविल सर्विस से जुड़े कई लोग हैं. उनके मन में भी इस क्षेत्र में जाने की चाहत थी. डेंटल चिकित्सक बनने के बाद भी बीपीएससी परीक्षा को लेकर उनकी तैयारी चलती रही. इसमें परिवार के लोगों का काफी सहयोग रहा है. सेल्फ स्टडी के तहत तैयारी की. उन्होंने बताया कि आगे यूपीएससी में जाने की तैयारी है. पति डॉ राजेश यादव भी चिकित्सक हैं.

रजनीश कुमार का कार्यपालक पदाधिकारी पद पर चयन

वारसलीगंज नवादा के रहने वाले रजनीश कुमार ने बीपीएससी परीक्षा 125 रैंक प्राप्त किया है. उन्हें नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी पद मिला है. इस सफलता से परिवार के लोगों में हर्ष है. रजनीश कुमार ने बताया कि दूसरे प्रयास में सफलता मिली है. डीएवी स्कूल भागलपुर से 10वीं व गुरुकुल से 12वीं पास किया है. दिल्ली विवि से स्नातक भूगोल विषय से ऑनर्स किया है. उन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर उनकी तैयारी लगातार चल रही थी. इस सफलता में डीएवी स्कूल के पूर्व प्राचार्य नीरज व आशुतोष का उन्हें सहयोग मिला. रजनीश कुमार के पिता डॉ बलराम प्रसाद सिंह बीएन कॉलेज में शिक्षक पद पर कार्यरत है.

रेवेन्यू ऑफिसर बने जयकांत जायसवाल

नवगछिया प्रखंड के जगतपुर पंचायत अंतर्गत गरैया गांव के स्व गोपाल जायसवाल के बड़े पुत्र जयकांत जायसवाल ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा पास कर लिया है. वह तीसरी बार परीक्षा में बैठे थे. वह अभी बेंगलुरु में एयरफोर्स में सार्जेंट हेड क्लर्क के पद पर कार्यरत है. जयकांत अपने परिवार में सबसे बड़े हैं. पिता कृषक थे. चार भाई और एक बहन है़ द्वितीय भाई स्टेशन मास्टर, तृतीय शशिकांत कुमार गांव में है, चौथा भाई नौ सेना में है.

ऋचा कुमारी ने तीसरे प्रयास में मारी बाजी

पीरपैंती अंतर्गत रिफातपुर पंचायत के श्रीनगर के योगेश पांडे की पुत्री ऋचा कुमारी ने बीपीएससी की परीक्षा उतीर्ण कर अपने परिजनों, गांव सहित प्रखंड को गौरवांवित किया है. उसने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही कन्या मवि से व मैट्रिक तक की शिक्षा शेरमारी बाजार स्थित चंपा देवी कन्या उच्च विद्यालय से प्राप्त की थी. प्रतिदिन ट्रेन से भागलपुर जाकर महादेव सिंह कॉलेज से स्नातक व इग्नू से इतिहास विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की थी. वह पटना के सरकारी वीमेंस ट्रेनिंग काॅलेज से बीएड भी कर रही है. यह उसका तीसरा प्रयास था, जिसमें उसने 806वां रैंक प्राप्त कर लेबर इंफोर्समेंट ऑफिसर के लिए चयनित हुई हैं.उसने अपनी सफलता का श्रेय स्वध्याय, कड़ी मेहनत, मां-पिता व परिवार के लोगों को दी है.

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