नीतीश ने भाजपा पर देश को फिर से विभाजन रेखा पर लाने का आरोप लगाया
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर देश को फिर से विभाजन रेखा पर लाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वे संविधान में अनुच्छेद 370 को कायम रखे जाने के समर्थक रहे हैं. पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में आज आयोजित जनता के दरबार […]
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर देश को फिर से विभाजन रेखा पर लाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वे संविधान में अनुच्छेद 370 को कायम रखे जाने के समर्थक रहे हैं.
पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में आज आयोजित जनता के दरबार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने भाजपा पर देश को फिर से विभाजन रेखा पर लाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि जम्मू-कश्मीर की विशिष्ट परिस्थिति है तथा वे संविधान में अनुच्छेद 370 को कायम रखे जाने के समर्थक रहे हैं.
भाजपा के अनुच्छेद 370 पर बहस कराए जाने पर जोर दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसकी जरुरत नहीं है बल्कि देश की आर्थिक नीति एवं विकास के किन कार्यक्रमों को लागू किया जा उसपर वाद-विवाद होना चाहिए.
परोक्ष रुप से गुजरात मॉडल की निंदा और समावेशी विकास वाले बिहार मॉडल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि देश में विकास का कौन सा रास्ता चलेगा इसपर बहस होनी चाहिए. वह तरीका चलेगा जिसमें विकिसित प्रदेशों का विकास हो या कम विकसित प्रदेश का हो. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि देश अपनी राह पर चल रहा है पर नयी ताकतें भावनात्मक मद्दों की चर्चा कर माहौल को बदलना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने राजग में वर्ष 1996 में शामिल होने के लिए तीन शर्तें रखी थीं जिसमें संविधान के अनुच्छेद 370 को कायम रखा जाना तथा समान नागरिक संहिता और अयोध्या मसले को अलग रखा जाना शामिल था और आज भी हम उसपर कायम हैं. भाजपा द्वारा लौह पुरुष सरदार बल्लभ का मामला उठाए जाने के बारे में पूछे जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरदार पटेल तो आजादी की लडाई के नायकों में से एक हैं और रहे हैं. आज लोगों को सरदार पटेल की याद आ रही है.
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल साहब को याद करने वाले तो शुरु से याद कर रहे हैं. कुछ लोग कुछ और मकसद के सरदार पटेल को इन दिनों याद करना चाहते होंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में हम लगातार एक महीने तक सरदार पटेल और अम्बेदकर साहेब की जयंती मनायी है. नीतीश ने कहा कि इधर हाल में कुछ लोगों का कुछ और नजरिया है और कुछ अन्य कारणों से उन्हें याद कर रहे होंगे.
सरदार पटेल की अहमियत हमेशा रही है और रहेगी तथा आजादी की लडाई में एवं देश के नवनिर्माण और एक करने में उनका जो योगदान है उसे भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि कोई कितनी भी कोशिश करे और इसे अपनी पार्टी का मुद्दा बनाए तो यह किसी दल का मुद्दा थोडे ही है.
सरदार पटेल साहेब तो राष्ट्र के नेता थे और रही बात कि जो लोग आज उछल रहे हैं पटेल साहेब ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था. उन्होंने कहा कि जब आरएसएस पर से प्रतिबंध हटा था तो उसने कुछ वादा किया था और उसे वह भूल रहे हैं. नीतीश से यह पूछे जाने पर कि प्रतिबंध हटाए जाने के समय आरएसएस की ओर क्या वादे किए गए थे उन्होंने कहा कि यह सारी दुनिया को पता है सर्वविदित है.