– अजीत –
पूर्णिया : पूर्णिया में आयोजित जदयू की संकल्प रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां भाजपा व नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा, वहीं विशेष राज्य का दर्जा मिलने तक लड़ाई जारी रखने का भी संकल्प व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुराम राजन की रिपोर्ट आने के बाद उम्मीद जगी थी कि अब हमें विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. हम विशेष दज्रे के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से पूछा, क्या बिहार को आगे बढ़ने का हक नहीं है? कहा-हम आगे बढ़ना चाहते हैं. हम ऐसा बिहार बनाना चाहते हैं कि दो जून रोटी के लिए किसी को बाहर नहीं जाना पड़े. अपने संसाधन के बल पर हम आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन यदि इस रफ्तार से चलें, तो राष्ट्रीय औसत तक पहुंचने में 25 साल से कम का समय नहीं लगेगा. हमारी युवा पीढ़ी इतना इंतजार नहीं कर सकती. विशेष दर्जा मिलेगा, तो कल-कारखाने खुलेंगे, नौजवानों को रोजगार मिलेगा. उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों से महाराष्ट्र सहित कई जगहों पर बदसूलकी होती है. अफसोस होता है कि हमलोगों के साथ रही पार्टी महाराष्ट्र में बिहारियों को खदेड़नेवाली पार्टी के नेता को राजकीय अतिथि बनाती है. भाजपा के लोगों का आदर्श राज्य बिहार नहीं, गुजरात है. नरेंद्र मोदी का नाम लिये बिना मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नेता, जो आजकल भाजपा के सबसे बड़े नेता हैं, उससे पूछा गया कि गुजरात से अधिक विकास दूसरे राज्यों में हो रहा है. बहुत ऐसे राज्य हैं, जहां गरीबी घटी है.
उस रफ्तार में आपके राज्य में गरीबी नहीं घटी है. उनका उत्तर था कि दूसरे राज्य से ट्रेनों में भर-भर कर लोग आते हैं और यहां गरीबी बढ़ा देते हैं. इशारा कहां था, समझ लीजिए. बिहार के लोग जहां जाते हैं, वहां भार नहीं बनते. वहां दौलत बढ़ाने का काम करते हैं.
दोहरा चरित्र है भाजपा का
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी, तो जो काम करनेवाले बिहारी भाई गुजरात से लौटे. फिर नहीं जा रहे थे. हमसे कहा कि आप अपील कीजिए कि ये लोग फिर गुजरात जाएं. अब आप ही तय कीजिए कि एक तरफ तो यह बात थी कि गरीबी बढ़ाने का कारण मानते हैं और दूसरी ओर कहते हैं बिहार के लोगों को गुजरात भेजिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग सदभाव में यकीन रखते हैं. यहां हिंदू-मुसलिम एकता का वातावरण रहा है. कुछ लोग सद्भाव बिगाड़ना चाहते हैं. हमें जब ऐसा लगा कि माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है, हमने 17 साल के संबंध को तोड़ा. सिद्धांत की खातिर. हम संकल्प लें कि बिहार में जान की बाजी लगा देंगे, लेकिन सामाजिक सद्भाव कायम रखेंगे.
जदयू शांति चाहता है : शरद
जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि जदयू शांति चाहता है. हमने उससे कहा था कि लड़ाई-झगड़े के मुद्दे अलग करो. नहीं किया, तो हम अलग हो गये. भाजपा का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि वे सोचते हैं कि हम लड़ा कर राज कर लेंगे. हमने विरोध किया और अलग हो गये. सूबे में 10 साल पहले सरकारें लूट रही थीं.
हमने मिल कर उन्हें रोका. जदयू गांधी, लोहिया, कपरूरी ठाकुर की पार्टी है. हम जान लगा देंगे, लेकिन सूबे और देश को एक बनाये रखेंगे. बिहार की जनता ने इतिहास बनाया है. आज वे अफवाह फैला रहे हैं. ऐसे लोगों से सचेत रहने की जरूरत है.
सभा को विजेंद्र यादव व नरेंद्र नारायण यादव, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण यादव, विधायक लेसी सिंह, बीमा भारती, नौशाद आलम व सरफराज आलम, विधान पार्षद संजय झा, प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष रामनाथ ठाकुर, रामलखन महतो आदि ने भी संबोधित किया.
मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन चिह्न्ति
मुख्यमंत्री कहा कि पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन चिह्न्ति कर ली गयी है. कुछ की चाहत है कि यहां पर विश्वविद्यालय भी बने. हम यह मांग पूरी करेंगे. जोकीहाट में कुल्हैया बिरादरी को अत्यंत पिछड़ी जाति में शामिल करने की मांग उठायी थी. इस पर भी विचार होगा.