एडीजे के चालक के साथ लूटपाट
हिलसा (नालंदा). हिलसा व्यवहार न्यायालय के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एके श्रीवास्तव का स्थानांतरण पटना होने के बाद अपना विदाई समारोह कार्यक्रम के बाद आवास का सामान ट्रक से पटना ले जा रहे थे कि शहर के योगीपुर मोड़ के समीप ट्रकचालक को मारपीट कर पांच हजार रुपया नकद व मोबाइल लूट ली. […]
हिलसा (नालंदा). हिलसा व्यवहार न्यायालय के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एके श्रीवास्तव का स्थानांतरण पटना होने के बाद अपना विदाई समारोह कार्यक्रम के बाद आवास का सामान ट्रक से पटना ले जा रहे थे कि शहर के योगीपुर मोड़ के समीप ट्रकचालक को मारपीट कर पांच हजार रुपया नकद व मोबाइल लूट ली. घटना की सूचना पाते ही हिलसा थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार ने मौके पर से खदेड़ कर दो लोगों को पकड़ लिया.
इस संबंध में चालक द्वारा नगर पर्षद के दो ठेकेदारों समेत चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत शुक्रवार की देर शाम करीब नौ बजे हिलसा व्यवहार न्यायालय के पूर्व एडीजे एके श्रीवास्तव ने स्थानांतरण के बाद अपने विदाई समारोह कार्यक्रम समाप्ति के बाद आवास का सामान ट्रक पर लोड कर पटना जा रहे थे. इसी बीच शहर के योगीपुर मोड़ पर घात लगाये नशे में धुत असामाजिक तत्वों ने ट्रक को रोक चालक से रंगदारी की मांग करने लगे, जिसका विरोध करने पर चालक के साथ जम कर मारपीट की एवं पास में रखे पांच हजार रुपये नकद व मोबाइल ले लिया गया. पीछे से आ रहे श्री श्रीवास्तव ने विरोध किया तो हाथापाई व मारपीट करने पर उतारू हो गये. मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी, तब थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार ने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर घटना को अंजाम देने में शामिल थाना क्षेत्र के कौशिक नगर निवासी देव कुमार एवं दयानंद को खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया. वहीं सूचना पाकर अनुमंडलाधिकारी अजीत कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार सिन्हा के अलावे समारोह कार्यक्रम में आये सभी न्यायिक दंडाधिकारी एवं पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. इस संबंध में चालक द्वारा स्थानीय थाने में नगर पर्षद के ठेकेदार अशोक कुमार, महेंद्र प्रसाद एवं देवा कुमार, दयानंद यादव को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामलों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा सघन छापेमारी की जा रही है. गिरफ्त में आये एक ठेकेदार ने बताया कि ठेकेदारी मांगने एवं नहीं देने के कारण विवाद बढ़ा. लूटपाट की घटना बेबुनियाद है.