पुल निर्माण कंपनी के प्लांट को उड़ाया
गोपालगंज में देर रात नक्सली हमला बैकुंठपुर (गोपालगंज) : रविवार की देर रात गंडक नदी पर एचएल ब्रिज प्रोजेक्ट के निर्माण में लगी वशिष्ठा कंपनी के सतरघाट स्थित प्लांट पर दो दर्जन से अधिक नक्सलियों ने हमला कर दिया. नक्सलियों ने कर्मचारियों को बंधक बना कर प्लांट को डायनामाइट लगा कर उड़ा दिया और मशीनों […]
गोपालगंज में देर रात नक्सली हमला
बैकुंठपुर (गोपालगंज) : रविवार की देर रात गंडक नदी पर एचएल ब्रिज प्रोजेक्ट के निर्माण में लगी वशिष्ठा कंपनी के सतरघाट स्थित प्लांट पर दो दर्जन से अधिक नक्सलियों ने हमला कर दिया. नक्सलियों ने कर्मचारियों को बंधक बना कर प्लांट को डायनामाइट लगा कर उड़ा दिया और मशीनों को आग के हवाले कर दिया. दर्जनों बम विस्फोटों से पूरा इलाका थर्रा उठा. नक्सली यहां वशिष्ठा कंपनी के जीएम की तलाश में आये थे.
एसपी डॉ विनोद कुमार चौधरी ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से नक्सली हमला है. इसमें अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करीब रात 10 बजे दो दर्जन नक्सली पिकअप वैन से सतरघाट पुल के प्लांट पर पहुंचे थे. प्लांट की सुरक्षा में लगे चौकीदार व कर्मचारियों को नक्सलियों ने बंधक बना लियाऔर प्लांट में रखे गये डीजल व पेट्रोल से मशीनों में आग लगा दी और प्लांट को डायनामाइट लगा कर उड़ा दिया.
उन्होंने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद फायरिंग करते हुए भाग गये. धमाकों से डर कर आसपास के गांवों के लोग घरों में दुबके रहे. सूचना मिलते ही एसपी डॉ विनोद कुमार चौधरी, एएसपी अनिल कुमार, बैकुंठपुर के थानाध्यक्ष अभिनंदन मंडल, महम्मदपुर के थानाध्यक्ष धर्मेद्र भारती, सिधवलिया के थानाध्यक्ष गोल्डेन कुमार के अलावा बीएमपी व सैप के जवानों को लेकर नक्सलियों की तलाश में छापेमारी शुरू की. हालांकि, समाचार लिखे जाने तक घटनास्थल पर पुलिस नहीं पहुंच सकी थी.
दो करोड़ की मांगी थी लेवी
वशिष्ठा कंपनी से 29 अप्रैल, 2013 की रात बोलेरो से आधा दर्जन नक्सली प्लांट पर पहुंचे थे और सुपरवाइजर को एक पत्र दिया था और एक पोस्टर चिपकाया था, जिनमें दो करोड़ रुपये की लेवी मांगी गयी थी और नहीं देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. इस मामले में बैकुंठपुर थाने में जीएम अनिल कांत के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.