3650 बोरा अनाज जब्त, 10 गिरफ्तार
संवाददाता, सीवान सराय ओपी थाना क्षेत्र के निजी गोदामों में शनिवार को भी पुलिस की छापेमारी जारी रही. इस दौरान और 1550 बोरे खाद्यान्न जब्त किये गये व 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. शुक्रवार को भी एसएफसी के 2100 बोरे अनाज जब्त किया गया था व दो को हिरासत में लिया गया था. एसपी […]
संवाददाता, सीवान
सराय ओपी थाना क्षेत्र के निजी गोदामों में शनिवार को भी पुलिस की छापेमारी जारी रही. इस दौरान और 1550 बोरे खाद्यान्न जब्त किये गये व 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. शुक्रवार को भी एसएफसी के 2100 बोरे अनाज जब्त किया गया था व दो को हिरासत में लिया गया था. एसपी विवेक कुमार ने बताया कि नगर इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनमें नगर थाना क्षेत्र के सतपोखरिया के बाल जी साह, दीपक प्रसाद , पुरानी किला के विनोद साह, श्रीनगर के राजेश कुमार , लखराव के लालू चौधरी , आगुछपरा के मो दीन, सराय ओपी के महादेव मांझी, सुग्रीव मांझी, सहलौर के मनीष कुमार शामिल हैं. इसके पूर्व नगर के महादेवा निवासी सतीश कुमार मिश्र और पुरानी किला के अजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि सतपोखरीया स्थित एक गोदाम में बाहर से ताला बंद कर अंदर गेहूं-चावल की पलटी और एसएफसी के बोरे क ी सील तोड़ कर हाथ से सिलाई का काम चल रहा था. पुलिस ने गोदाम खुलवा कर कार्रवाई करते हुए मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया.
बड़े रैकेट के शामिल होने की आशंका
एसपी विवेक कुमार ने बताया कि सिर्फ नगर थाना क्षेत्र से एसएफसी के 3650 बोरे अवैध खाद्यान्न की जब्ती से यह स्पष्ट हो रहा है कि पूरे जिले में कालाबाजारी का यह धंधा जोर-शोर से चल रहा है. यह अनाज अंत्योदय, मध्याह्न् भोजन, आंगनबाड़ी केंद्रों, बीपीएल आदि योजनाओं का बताया जा रहा है और इसमें किसी बड़े रैकेट के शामिल होने की आशंका है. साथ ही इसमें पीडीएस दुकानदारों, आपूर्ति विभाग और खाद्य निगम के लोगों की भी मिलीभगत की आशंका है. उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि अगर उनके पास कोई सूचना हो, तो उन्हें जानकारी दें, तुरंत कार्रवाई होगी और सूचना देनेवाले का नाम गुप्त रखा जायेगा. अवैध धंधेबाजों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और इसके लिए स्पेशल टीम का भी गठन किया जा रहा है. इस मामले में गोदाम मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी, क्योंकि इसमें उनकी भी मिलीभगत स्पष्ट हो रही है.