बोधगया में बनेगा देश का 7वां पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान, बिहार में पर्यटन क्षेत्र के विकास पर केंद्र खर्च करेगा 600 करोड़
बोधगया में 50 करोड़ की लागत से पांच एकड़ क्षेत्र में भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जायेगी. इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति पहले ही मिल गयी थी, लेकिन भूमि उपलब्ध नहीं होने से इसमें समस्या आ रही थी.
पटना. बोधगया में 50 करोड़ की लागत से पांच एकड़ क्षेत्र में भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जायेगी. इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति पहले ही मिल गयी थी, लेकिन भूमि उपलब्ध नहीं होने से इसमें समस्या आ रही थी.
यह जानकारी राज्यसभा में केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने दी. वह सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की तरफ से बिहार को दिये एक लाख 40 हजार करोड़ के पैकेज में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए दी गयी 600 करोड़ का राशि में ही यह योजना शामिल है.
देश के छह शहरों ग्वालियर, भुवनेश्वर, नोएडा, गोवा, मेल्लोर और शिलांग में यह संस्थान पहले से स्थापित है.
105 कलस्टरों में बिहार का नौरंगा भी शामिल
इधर, बिहार समेत देशभर में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कलस्टर के तौर पर 105 जगहों का चयन किया गया है. राज्यसभा मेें राकेश सिन्हा के लिखित सवाल के जवाब में पर्यटन राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार प्रहलाद सिंह पटेल ने यह जानकारी दी.
उन्होंने सदन को बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय की इस संयुक्त योजना के तहत ग्रामीण पर्यटन स्थलों की पहचान और उसके विकास के लिए प्रचार प्रसार करेगा. इन 105 कलस्टर में बिहार का नौरंगा भी शामिल है, जहां सोलर बिजली की कई योजनायें चल रही है.
Posted by Ashish Jha