मोतिहारी. सरकार द्वारा जल व पर्यावरण संरक्षण को ले चलाये जा रहे अभियान में पूर्वी चंपारण राष्ट्रीय स्तर पर सफलता का झंडा फहराया है. जहां धनौती नदी प्रोजेक्ट के तहत गाद सफाई व पौधोरोपण में पूर्वी चंपारण को इस्टजोन में प्रथम स्थान मिला है. इसके लिए सरकार द्वारा पूर्वी चंपारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक को सम्मानित किया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में धनौती नदी का बंजरिया प्रखंड अंतर्गत चैलहा में दो किलोमीटर तक जीर्णोद्धार कार्य किया गया. इसके तहत नदी के मापी के साथ पौधोरोपण, घूमने के लिए रिवर फ्रंट का निर्माण किया गया. इसके अलावें जल संरक्षण व सौद्रीयकरण को ले मोतीझील मोतिहारी से भी अतिक्रमण को हटाया गया.
धनौती नदी कार्य योजना में गाद सफाई में करीब 69 लाख रुपये खर्च हुए. जबकि मनरेगा, जीविका व वन विभाग द्वारा पौधोरोपण में दो से ढाई करोड़ रुपये खर्च किए गए है. रिवर फ्रंट के निर्माण से मॉनिंग वॉक व छुट्टी के दिन समय बिताने के लिए चैलाहा नदी के किनारे लोगों की भीड़ लगी रहती है.
जो शहर व आसपास के गांवों के लिए आक्रषण का केंद्र बना हुआ है. आगे के लिए सुगौली बाल गंगा प्रोजेक्ट को जल जीवन हरियाली योजना में शामिल किया गया है. इसके तहत बस्ती के गंदा पानी को साफ कर नदी में छोड़ने या सिंचाई के रूप में इस्तेमाल करने को ले कार्य किया जा रहा है.
जल जीवन हरियाली योजना के तहत पहले व दूसरे स्थान के लिए झारखंड के गोड्डा से पूर्वी चंपारण की प्रतियोगिता थी लेकिन टीम द्वारा पूर्वी चंपारण के कार्य योजना को बेहतर बताते हुए ईस्ट जोन में प्रथम स्थान दिया व दूसरा स्थान गोड्डा को मिला. यहां बता दे कि देश के ईस्ट जोन में बिहार, बंगाल, ओडिशा, झारखंड सहित छतीसगढ़ आदि शामिल है.
धनौती नदी मोतिहारी शहर के पश्चिमी भाग होकर गुजरते हुए बरियारपुर, ढ़ेकहां, खैरी, जमुनिया होते बुढ़ी गंडक में मिल जाती है. चैलहा में तो बेहतर जीर्णोदार हुआ है. लेकिन शहर के एकौना, चांदमारी, राजाबाजार, बलुआ, बरियारपुर आदि इलाकों में नदी अवैध ढ़ैग से अतिक्रमण का शिकार है. अतिक्रमण मुक्ति के लिए युवा संगठन के रंजीत गिरी के नेतृत्व में सकारात्मक आंदोलन भी चलाया जा रहा है.
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि जल जीवन हरियाली को ले ईस्ट जोन ही नहीं पूरे देश में नंबर वन पर लाने की योजना है. इसको ले कई मास्टर प्लान बनाए गए है. धनौती नदी को आगे भी सफाई कर पौधोरोपण के साथ शहर के मोतिझील व अतिक्रमण मुक्त कर सौंद्रीयकरण करने की योजना है. जिसके गंदे पानी को साफ किया जाएगा.
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि इसके लिए करीब 23 करोड़ की योजना है. इसके अलावें सुगौल में बालगंगा प्रोजेक्ट व रामगढ़वा के पखनहिया पहाड़ी सोती में 23 लाख की लागत से चेक डैम बना कर उसके पानी को सिंचाई के लिए इस्तेमाल करने की योजना है. इसके अलावा जिले के तालाब, अहर पईन की भी सफाई की जाएगी.