भागलपुर. ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंकों ने कई तरह की सेवाएं उपलब्ध करायी है, इसमें महत्वपूर्ण एटीएम की सुविधा है. इसके बदले वह चार्ज वसूलता है. डेबिट कार्ड होल्डर से एनुअल मेंटेनेंस से लेकर ट्रांजक्शन चार्ज वसूलता है, बावजूद, एटीएम में पैसे नहीं रहते हैं. शहर में 80 फीसदी एटीएम खाली रहते है. कई एटीएम से तो 200 के नोट भी नहीं निकल रहे हैं. त्योहार का सीजन नजदीक आते जा रहा है.
शनिवार को कचहरी चौक से मिरजानहाट रोड तक के विभिन्न बैंकों के एटीएम है. एक-दो एटीएम में पैसे थे. घंटाघर से कोतवाली जाने वाले रोड के एटीएम में पैसे नहीं थे. खलीफाबाग चौक से पहले अाइडीबीआइ बैंक के एटीएम में पैसा मिल रहा था. आदमपुर चौक के आसपास का एटीएम भी ड्राइ रहा.
इस संबंध में जब कभी बैंक अधिकारियों से पूछिए, तो वह बड़ी-बड़ी बातें करते हैं मगर, नतीजा सिफर है. एक बैंक अधिकारी ने बताया था कि एटीएम को और सुविधाजनक बनाया जायेगा. हर वक्त कैश से भरा रहेगा. जितनी बार खाली होगा, उतनी बार इसमें कैश की रिफिलिंग करायी जायेगी. लेकिन, यह केवल कहने भर का रहा.
अभी आरबीआइ का एक नियम आया था कि एटीएम में कैश नहीं रहने पर बैंक को जुर्माना लगेगा. यह नियम केवल कागजों पर ही है. किस बैंक पर कितना जुर्माना लगा यह सार्वजनिक नहीं किया जा सका है. एटीएम कई-कई दिनों तक खाली रहते हैं, जिससे यह लगता है कि संबंधित बैंक पर जुर्माना का कोई असर नहीं है. अभी हाल के दिनों में एक अधिकारी ने कैश से एटीएम को हमेशा भरकर रखने संबंधित सभी बैंकों को लिखने की बात कही थी, उस पर भी आगे कोई बात नहीं बनी.
सेविंग अकाउंट के प्रकार के आधार पर बैंक वन टाइम डेबिट कार्ड इशू चार्ज या ऐनुअल चार्ज ले सकता है. अधिकतर सरकारी बैंक मुफ्त में डेबिट कार्ड देते हैं, लेकिन प्राइवेट बैंक ग्राहकों को ज्यादा लाभवाले प्रीमियम कार्ड के लिए एक वन-टाइम डेबिट कार्ड इशू चार्ज लेते हैं.
अकाउंट या डेबिट कार्ड के प्रकार के आधार पर बैंक हर महीने एक निश्चित संख्या में मुफ्त में एटीएम ट्रांजक्शन की सुविधा देती है. बैंक हर महीने फ्री लिमिट से बाहर कोई लेनदेन करने पर 5 से 20 रुपये के आसपास और साथ में जीएसटी चार्ज करता है. यह चार्ज आपके बैंक के नियमों, भौगोलिक स्थिति और बैंक अकाउंट में मौजूद बैलेंस पर निर्भर करते हैं.
डेबिट कार्ड यूजर्स से ऐनुअल मेंटेनेंस फी के रूप में कुछ पैसे चार्ज करते हैं. अधिकतर प्राइवेट और पीएसयू बैंक अपने बेसिक या क्लासिक कार्ड के लिए हर साल 100 से 150 रुपये के आसपास चार्ज करते हैं. प्लेटिनम कार्ड जैसे प्रीमियम कार्डों के लिए यह चार्ज आम तौर पर 500 से 700 रुपये के आसपास होते हैं. यह चार्ज अलग-अलग बैंक और कार्ड धारक की भौगोलिक स्थिति के आधार पर अलग-अलग होते हैं.
यदि किसी कारण से डेबिट कार्ड रिप्लेस करवाने की जरूरत पड़ती है, तो बैंक इसके लिए एक कार्ड रिप्लेसमेंट या रिइशू चार्ज लेता है, लेकिन यदि कार्ड उसके ड्यू डेट के अनुसार एक्सपायर हो गया है, तो बैंक उसे फ्री में रिप्लेस कर देता है.