बिहारशरीफ : मुस्लिम धर्मावलंबियों के एक समूह ने शराब पीने वाले और दहेज मांगने वालों के निकाह पढाने का बहिष्कार करने निर्णय किया है.बिहार, झारखंड और उडीसा की मुस्लिम संस्था इमारत-ए-शरिया की नालंदा जिला इकाई के दारुल-कजा के प्रमुख काजी मंसूर आलम ने बताया कि नालंदा के जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में पिछले सप्ताह हुई एक बैठक में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने इस्लाम में शराब पीना हराम और दहेज लेना प्रतिबंधित होने के कारण ऐसे लोगों के निकाह पढाने का बहिष्कार करने का निर्णय किया है.
उन्होंने बताया कि मुस्लिम धर्मावलंबी ऐसे लोगों का निकाह पढाने का बहिष्कार करने को लेकर स्थानीय मस्जिदों के इमामों से भी अपील करेंगे.आलम ने कहा कि दहेज से जुडे बढते मुकदमों तथा युवाओं के बीच शराब की लत को रोकने के लिए इस तरह का कदम उठाया जाना जरुरी है. उन्होंने मुसलमानों से शादी शरीयत के अनुसार करने पर जोर देते हुए कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद ने अपनी पुत्री बीबी फातिमा की शादी हजरत अली से बिना कोई दहेज दिए की थी.