बिहार की यातायात व्यवस्था में होगा सुधार, परिवहन विभाग में BPSC से पास 83 नये MVI को दी जाएगी जिम्मेदारी
परिवहन विभाग की अधिसूचना के मुताबिक सभी नवनियुक्त एमवीआइ की प्रोबेशनरी अवधि दो वर्षों की होगी और उनकी आपसी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा निर्धारित संयुक्त मेधा संख्या के अनुसार होगी.
बिहार में अभी एक-एक एमवीआइ (motor vehicle inspector) को दो से तीन जिलों का प्रभार दिया गया है. इस कारण उन सभी जिलों में काम कराने में लोगों को काफी परेशानी होती है, लेकिन अब हर जिले में बीपीएससी से पास 83 एमवीआइ को जिम्मेदारी दी जायेगी. परिवहन विभाग की राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी ने कहा कि सात फरवरी तक नये एमवीआइ को मुख्यालय में योगदान देना है. इसके बाद राज्य में कुल 112 एमवीआइ हो जायेंगे.
दो वर्षों का होगा प्रोबेशनरी पीरियड
परिवहन विभाग की अधिसूचना के मुताबिक सभी नवनियुक्त एमवीआइ की प्रोबेशनरी अवधि दो वर्षों की होगी और उनकी आपसी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा निर्धारित संयुक्त मेधा संख्या के अनुसार होगी. परिवहन विभाग की अधिसूचना के मुताबिक अभ्यर्थियों द्वारा समर्पित शैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्रों का संबंधित बोर्ड व संस्था से सत्यापन और चरित्र का पहले से दिये गये सत्यापन में यदि कोई गलत रिपोर्ट प्राप्त होती है, तब संबंधित एमवीआइ की सेवा को तत्काल प्रभार से रद्द कर दिया जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.
सात फरवरी तक करना होगा रिपोर्ट
विभाग ने सभी अभ्यर्थियों को यह निर्देश दिया है कि सात फरवरी तक परिवहन विभाग मुख्यालय में निश्चित रूप से रिपोर्ट करना सुनिश्चित करेंगे. वहीं, सभी अधिकारी नियुक्ति के साथ दहेज ना लेने और नहीं देने का घोषणा पत्र भी देंगे.
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मुजफ्फरपुर और पूर्णिया एमवीआइ को मिला अतिरिक्त प्रभार
दरभंगा एमवीआइ निशांत कुमार के निलंबन के बाद दरभंगा के साथ सहरसा खाली हो गया था. इस कारण से दो एमवीआइ को एक-एक जिला का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.परिवहन विभाग ने बुधवार को अधिसूचना जारी कर मुजफ्फरपुर एमवीआइ रंजीत कुमार को दरभंगा का अतिरिक्त प्रभार दिया है. वहीं , पूर्णिया में पदस्थापित और मधेपुरा के अतिरिक्त प्रभार में रहे उपेंद्र राव को सहरसा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. ऐसे में इनके पास पूर्णिया, मधेपुरा और सहरसा की जिम्मेदारी रहेगी.