नयी दिल्ली : बिहार में गया-औरंगाबाद की सीमा पर सोमवार कीदेर रात नक्सलियोंव सीआरपीएफ जवानों के बीच हुए मुठभेड़ की केंद्र सरकार जांच करायेगी. नक्सली हमले के दौरान बिहार पुलिस पर मदद पहुंचाने में देर करने का आरोप लगा है. मीडिया रिपोट्स के मुताबिकइसमामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बात की है और रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय जल्द ही इस मामले में अपनी रिपोर्ट सौपेगा.
गृहमंत्रालयको सीआरपीएफ के रिपोर्ट का इंतजार है. जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान मदद पहुंचाने में बिहार में लापरवाही की बात सामने आयी है. बताया जाता है कि सीआरपीएफ के बड़े अधिकारी औरंगाबाद गये हैं. रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है. उधर, मीडिया रिपोट्स के मुताबिक नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान जख्मी जवानों को इलाज मुहैया कराये जाने में देरी हुई.जख्मीजवानों को न आसमान से मदद मिली और न ही जमीन पर इलाज मिल सका, जिसके चलते अपने साथियों की गोद में ही जख्मी जवानों ने दम तोड़ दिए.
मीडिया रिपोट के मुताबिक शहीद जवानों के शव लेने पहुंचे हेलीकॉप्टर को देखकर डिप्टी कमांडेंट चंदन कुमार आईजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन पर भड़क गये. डिप्टी कमांडेंट ने कहा, जब जवानों की जान को बचाने के लिए चॉपर की जरूरत थी, तब तो नहीं आया. जब जवानशहीद हाेगये तो उनके शव को लेने के लिएहेलीकॉप्टर भेजा गया. हालांकि बादमें अधिकारियों के आग्रह के बाद डिप्टी कमांडेंट और जवानों ने शव कोहेलीकॉप्टर से ले जाने दिया था.
बिहार पुलिस पर भी आरोप लगाया गया है कि ऑपरेशन में आगे करने के बाद पीछे हट गयी. केंद्र सरकार ने इन मामलों पर संज्ञान लिया हैऔर गृहमंत्रालय ने इस बारे में जांच के आदेश दे दिये हैं. सूत्रों का कहना है कि इसमें संबंधित अधिकारियों से जवाब भी पहले ही मांग लियेगये हैं.
इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की थी और हमले के बाद राज्य को हर संभव मदद देने की बात कही थी. उल्लेखनीय है कि सोमवार को नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच हुए मुठभेड़ में 10 जवान शहीद और 5 जवान घायल हो गये हैं. इस दौरान जवानों ने 3 नक्सलियों को भी मार गिराया था.