नीतीश ने लगाया आरोप कहा, पैसों के बल पर चुनावी सर्वे

मोहनिया (कैमूर): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सभी चुनावी सर्वे को फर्जी करार दिया और कहा कि विभिन्न चैनलों पर दिखाये जा रहे चुनावी सर्वे भाजपा द्वारा पैसे के बल पर प्रायोजित है. बिहार की जनता हमारे साथ है. वह कैमूर जिले के मोहनिया के महाराणा प्रताप कॉलेज के मैदानमें संकल्प रैली को संबोधित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2014 7:47 AM

मोहनिया (कैमूर): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सभी चुनावी सर्वे को फर्जी करार दिया और कहा कि विभिन्न चैनलों पर दिखाये जा रहे चुनावी सर्वे भाजपा द्वारा पैसे के बल पर प्रायोजित है. बिहार की जनता हमारे साथ है. वह कैमूर जिले के मोहनिया के महाराणा प्रताप कॉलेज के मैदानमें संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे.

रैली में जुटी भारी भीड़ से उत्साहित मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की नयी राजधानी (गुजरात) के एक व्यक्ति ने मुङो बताया था कि चार चुनावी सर्वे चैनलों पर दिखाये जायेंगे. इनमें भाजपा को

सबसे ज्यादा सीटें मिलते हुए बताया जायेगा. यह भाजपा का पीआरए-पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज है. उन्होंने इन चुनावी सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा, एक सर्वे में 63 फीसदी लोग हमारे कामकाज को पसंद करते हैं, लेकिन वे हमें लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देंगे, क्या यह संभव है? उन्होंने कहा कि टीवी पर आजकल चार नहीं, 15 चुनावी सर्वे दिख दें, पर बिहार की जनता के दिल में हमारी सरकार की जो जगह है, वह खत्म होनेवाली नहीं है.

भाजपा ने शर्तो को तोड़ा : गंठबंधन में टूट के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि हमारा गंठबंधन शर्तो पर था. शर्ते थीं कि भाजपा न किसी विवादित मुद्दे और न किसी विवादित व्यक्ति को सामने लायेगी. पर, 17 साल बाद उन शर्तो को तोड़ते हुए एक ऐसे व्यक्ति को आगे लाया गया, जिसे गुजरात की घटना के लिए देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी. महंगाई व भ्रष्टाचार को लेकर पूरे देश में कांग्रेस के खिलाफ बने माहौल के बीच भाजपा में यह लालच आ गया कि हम अकेले केंद्र की सत्ता में आ जाये और उन लोगों ने हमें गंठबंधन तोड़ने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, लेकिन जान की बाजी लगा कर हम ऐसा नहीं होने देंगे. अधिकारियों को भी सचेत किया गया है .

राजनीतिक कारणों से विशेषदर्जेका मुद्दा ठंडे बस्ते में : श्री कुमार ने विशेष राज्य का दर्जा नही मिलने का ठिकरा राजद पर फोड़ा. कहा, जदयू के अभियान के कारण बिहार को विशेष दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार आगे बढ़ी थी. कमेटी बनी. कमेटी ने रिपोर्ट भी दी, लेकिन राजद के दबाव में आकर उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. जिन्हें विकास शब्द से घृणा हो, वे भला बिहार को विशेष दर्जा मिलते कैसे देख सकते हैं. उन्होंने शाहाबाद की चारों सीटों पर जदयू को जिताने की अपील की, ताकि केंद्र में जदयू के समर्थन से ही सरकार बने. जदयू उसे ही समर्थन देगा, जो विशेष दर्जा देगा.

सिद्धांतों के लिए हर कुरबानी मंजूर : जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि जदयू, लोहिया कर्पूरी व जयप्रकाश के सिद्धांतों पर चलता है. इन सिद्धांतों पर समझौता नहीं किया जायेगा. चाहे इसके लिए कोई भी कुरबानी देनी पड़ी. भ्रष्टाचार व महंगाई के आकंठ में डूबी भाजपा व कांग्रेस दोनों को देश की जनता चुनाव में धूल चटायेगी.

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