शरद यादव ने नालंदा के लिए मधेपुरा संसदीय क्षेत्र छोडने की चर्चा को किया खारिज
सहरसा: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने नालंदा संसदीय क्षेत्र के लिए अपने मधेपुरा संसदीय क्षेत्र को छोडने की चर्चा को खारिज करते हुए कहा है कि कांग्रेस और भाजपा का विरोध करने वाली पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए वे आगामी 31 जनवरी के बाद प्रयास करेंगे. यादव समुदाय बहुल मधेपुरा […]
सहरसा: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने नालंदा संसदीय क्षेत्र के लिए अपने मधेपुरा संसदीय क्षेत्र को छोडने की चर्चा को खारिज करते हुए कहा है कि कांग्रेस और भाजपा का विरोध करने वाली पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए वे आगामी 31 जनवरी के बाद प्रयास करेंगे.
यादव समुदाय बहुल मधेपुरा संसदीय सीट जहां से चार बार सांसद रह चुके शरद से उक्त सीट के बजाय नालंदा संसदीय सीट से चुनाव लडने की चर्चा को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर कल शाम शरद ने कहा, ‘ऐसा किसने कहा, इसमें कोई सच्चाई नहीं है. ’ उन्होंने ऐसी चर्चा को भाजपा की चाल बताते हुए कहा कि वह मधेपुरा संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हुए पिछडे कोसी क्षेत्र की समस्याओं को उठाते रहे हैं और वे ऐसा भविष्य में भी करते रहेंगे.
शरद के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक जिले और सुरक्षित माने जाने वाले संसदीय सीट नालंदा से अगला लोकसभा चुनाव लडने को लेकर समाचार छपे थे. शरद राज्यसभा जाने को चुन सकते हैं राजनीतिक गलियारों में ऐसी भी चर्चा है.
पूर्व राजद सांसद तथा माकपा के पूर्व विधायक अजित सरकार की हत्या मामले में पिछले साल बरी हुए राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अगला लोकसभा चुनाव लडने की घोषणा की है.शरद ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा का विरोध करने वाली पार्टियों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए वे आगामी 31 जनवरी के बाद प्रयास करेंगे पर उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किन क्षेत्रीय दलों को लेकर नया फ्रंट बनाएंगे.