मांगों को ले कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

आरा. बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ से जुड़े वीर कुंवर सिंह विवि प्रक्षेत्र आरा के कर्मियों ने अपने 11 सूत्री मांगों के समर्थन में वीर कुंवर सिंह विवि परिसर में एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहते हुए कुलपति के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकेतर कर्मियों ने विवि प्रशासन को चेतावनी दी है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2014 10:18 PM

आरा.

बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ से जुड़े वीर कुंवर सिंह विवि प्रक्षेत्र आरा के कर्मियों ने अपने 11 सूत्री मांगों के समर्थन में वीर कुंवर सिंह विवि परिसर में एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहते हुए कुलपति के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकेतर कर्मियों ने विवि प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि समय रहते मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 11 फरवरी से शत प्रतिशत कर्मचारी अनिश्चितकालीन कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे. प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कर्मचारी महासंघ वीर कुंवर सिंह विवि प्रक्षेत्र के अध्यक्ष चितरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के निर्णय व आह्वान पर बिहार के नौ विश्व विद्यालयों एवं 250 अंगीभूत महाविद्यालयों के 33 हजार कर्मचारियों ने एक दिवसीय सामूहिक हड़ताल पर रहते हुए विवि मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया है. इसके बावजूद भी यदि हमारी मांगें नहीं मानी गयी तो हम 11 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो जायेंगे. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायादेश के द्वारा निर्धारित तीन माह की समय अवधी के बाद भी हमारे 11 सूत्री मांगें विश्व विद्यालयों द्वारा नहीं मानी गयी है. फलत: हमारे महासंघ का निर्णय है कि हम संघर्ष के दौरान विवि और महाविद्यालयों के संपूर्ण कार्य कलापों का बहिष्कार करेंगे साथ ही हम आगामी चुनाव एवं परीक्षा कार्य का भी बहिष्कार करेंगे. प्रदर्शनकारी शिक्षकेतर कर्मियों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन कुलपति को सौंपा. प्रदर्शन में प्रक्षेत्रीय मंत्री धर्मराज ठाकुर, महामंत्री ब्रज किशोर सिंह, अध्यक्ष गंगा प्रसाद झा आदि उपस्थित थे.

क्या हैं मांगें

शिक्षकों के भांति शिक्षकेतर कर्मचारी-पदाधिकारी की सेवा नियुक्ति आयु सीमा 62 वर्ष से बढ़ा कर 65 वर्ष की हो. अनुकंपा पर नियुक्ति कर्मचारियों को भुगतान नहीं करने वाले पदाधिकारियों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाये. साथ ही अविलंब भुगतान की व्यवस्था की हो. नव अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मचारी जिनका वेतन 2009 में बंद है, के वेतन भुगतान के लिए बजट में राशि की प्रावधान की किया जाये आदि मांगे शमिल हैं.

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