बिहटा : रविवार को बिहटा के डुमरी में बियाडा की अधिगृहित जमीन की घेराबंदी की कार्रवाई को अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सेठ ने रोकने की कोशिश की. श्री सेठ की पत्नी सुधा सेठ के नाम से डुमरी में 25 कट्ठा 11 धुर जमीन है. उनका दावा है कि बियाडा ने गैर कानूनी तरीके से उनकी जमीन का अधिग्रहण किया है. उधर, जिला प्रशासन ने उनके इस दावे को गलत ठहराया है.
डुमरी में रविवार की दोपहर करीब तीन घंटे तक हंगामा हुआ और अंतत: मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात कृषि पदाधिकारी ने अशोक कुमार सेठ और उनकी पत्नी सुधा सेठ के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए बिहटा थाने में एफआइआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया. सुधा सेठ ने भी अज्ञात लोगों पर उनकी निजी जमीन पर जबरन कब्जा जमाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है.
दोपहर में अधिगृहीत भूमि की घेराबंदी करवा रहे अधिकारी उस समय हैरान रह गये जब एडीजी अशोक कुमार सेठ ने वहां पहुंचे अफसरों व कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने निर्माण सामग्री ढो रहे ट्रैक्टर को को यह कहते हुए बीच रास्ते में रोक दिया कि यह मेरी जमीन है. इससे होकर ट्रैक्टर नहीं जाने देंगे.
मौके पर मौजूद एसडीओ दानापुर राहुल कुमार, एएसपी सुशांत कुमार सरोज, भू-अर्जन पदाधिकारी , पटना धनंजय कुमार आदि ने उन्हें समझाते हुए कहा कि आप कोर्ट के स्टे आर्डर लाइये, हम आपकी जमीन छोड़ देंगे. इस पर उन्होंने कहा, आपने मुझे इस घेराबंदी के बारे में सूचना दी थी. आपने बिना कोई वजह पहले से अपने घर का स्टे ऑर्डर करा रखा है क्या.
जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि सुधा सेठ के नाम से मौजा डुमरी में सुधा सेठ जिस जमीन पर अपना दावा कर रही हैं, उसकी रजिस्ट्री 2010 में हुई थी, जबकि 2007 में इस मौजा के जमीन का अधियाचना एवं अधिघोषणा किया गया. 2009 में बियाडा ने इस मौजा (डुमरी) में लगभग तीन सौ एकड़ जमीन का पजेशन ले रखा है. अधिसूचना के बाद किसी भी तरह का खरीद-बिक्री गैरकानूनी है एवं इस तरह के मामले पर विभाग कानूनी कार्रवाई करेगी.
दोनों पक्षों ने दिये आवेदन
बिहटा. मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट सह प्रखंड कृषि पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने एडीजी एवं उनकी पत्नी सुधा सेठ पर मामला दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. इसमें दोनमों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अचानक निर्माण स्थल पर पहुंच सरकारी कार्य में बाधा पुहंचाया और सरकार के खिलाफ आम जनता के सामने बोले, जससे जनता ने उग्र हो निर्माण कार्य को बंद करा दिया. वहीं, सुधा सेठ ने अज्ञात लोगों पर पुलिस बल के साथ उनकी जमीन पर पहुंच कर कब्जा करने का मामला दर्ज कराया है.
क्या है मामला
2007-08 में राज्य सरकार ने बिहटा के डुमरी में तीन सौ एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था. करीब तीस फीसदी किसानों ने मुआवजे की रकम नहीं ली है. जून, 2013 में बियाडा के अधिग्रहण के खिलाफ कुछ किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन फैसला बियाडा के पक्ष में हुआ. अधिग्रहित भूमि में से एक सौ एकड़ एनआइटी, दस एकड़ एएमआइटी, दस एकड़ सिमेज 25 एकड़ सितवंतो देवी महिला कल्याण संस्थान (मेडिकल कॉलेज के लिए) आवंटित किया गया है. सुधा के नाम से मौजा डुमरी में खेसरा 115, 116 के अंश में 25 कट्ठा 11 धूर जमीन है, जिसकी रजिस्ट्री 2010 में रजिस्ट्री करायी गयी है.