सीबीएसइ का फैसला
पटना : अगर आप इन दिनों अपने बच्चे के एडमिशन करवाने की सोच रहे हैं और स्कूल की दौर लगा रहे हैं, तो सावधान हो जायें. पहले स्कूल की जांच कर लें, स्कूल के बोर्ड एफिलिएशन को देख लें, फिर अपने बच्चे के एडमिशन के लिए वहां पर कोशिश करें. क्योंकि, हाल में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्ड्री एजुकेशन (सीबीएसइ) ने देश भर के 69 स्कूलों का एफिलिएशन समाप्त कर दिया है. इसमें बिहार के 14, जबकि झारखंड के दो स्कूल शामिल हैं. पटना में ही 12 स्कूलों का एफिलिएशन समाप्त कर दिया गया है.
इसकी जानकारी इन स्कूलों को भी भेज दी गयी है. फिलहाल पटना रिजन में 933 स्कूलों को सीबीएसइ ने मान्यता दे रखी है. इनमें बिहार के 600, जबकि पटना के 100 स्कूल शामिल हैं.
30 से 40 हजार विद्यार्थी पर पड़ेगा असर : इन स्कूलों का एफिलिएशन समाप्त होने से लगभग 30 से 40 हजार छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा.
सीबीएसइ पटना रिजन से मिली जानकारी के अनुसार जो स्कूल सीबीएसइ से अभी रजिस्टर्ड नहीं हैं, उनके किसी भी सर्टिफिकेट की कोई मान्यता नहीं होगी.
तीन महीने की जांच के बाद फैसला : सीबीएसइ की ओर से पिछले तीन महीनों से स्कूलों की जांच चल रही थी. इसमें स्कूल का इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ उनकी गतिविधियों एवं छात्र-शिक्षक के अनुपात को ध्यान में रखा गया था. सीबीएसइ से मिली जानकारी के अनुसार अक्तूबर से दिसंबर तक जांच की गयी. जांच रिपोर्ट आने के बाद एफिलिएशन रद्द होने की जानकारी बोर्ड ने सकरुलर जारी कर दे दी.
अब नहीं होगा नया रजिस्ट्रेशन : एफिलिएशन रद्द होनेवाले स्कूलों को इस बार सीबीएसइ ने थोड़ी छूट दी है. जो विद्यार्थी इन स्कूलों के माध्यम से सीबीएसइ की बोर्ड परीक्षा में निबंधित हुए हैं, वे परीक्षा में बैठ सकेंगे. लेकिन, नये सेशन से इन स्कूलों में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. साथ ही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों की कॉपी जांच उनके स्कूलों में नहीं होगी.
इन मानकों की हुई जांच
– विद्यार्थी व शिक्षक का अनुपात
– क्लास की टाइमिंग
– क्लास वाइज सेक्शन व विद्यार्थियों की संख्या
– विद्यार्थियों की उपस्थिति
– 9वीं व 10वीं के रिजल्ट में स्कूल की स्थिति
– एक्टिविटी में सीबीएसइ के सीसीइ पैटर्न का पालन
– एक्टिविटी की सुविधा
– क्लास रूम की स्थिति
– प्ले ग्राउंड है या नहीं
– स्कूल बस की सुविधा
– सफाई व स्वास्थ्य पर स्कूल कितना गंभीर