मुजफ्फरपुर: एमआइटी में गुरुवार को छात्रों के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें दो दर्जन से अधिक छात्र जख्मी हो गयी. नौ छात्रों की हालत चिंताजनक बतायी जाती है. गंभीर रूप से जख्मी एक छात्र की जान बचाने में ब्रहृपुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार भी घायल हो गये.
उनका दाहिने हाथ फ्रेक्चर हो गया है. देर शाम तक तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. वहीं गंभीर रूप से जख्मी प्रिंस की हालत नाजुक देख उसे पटना रेफर कर दिया गया है. घायल छात्रों का इलाज एसकेएमसीएच व बैरिया स्थित निजी अस्पताल में किया जा रहा है. देर रात तक किसी भी पक्ष से प्राथमिकी नहीं करायी गयी थी.
जानकारी के अनुसार एमआइटी के हॉस्टल नंबर छह (आंबेडकर छात्रवास) में दोपहर को दूसरे हॉस्टल के सौ से अधिक छात्र लाठी, रॉड, हॉकी स्टिक, ईंट व रोड़ा से लैस होकर हमला बोल दिये. कॉमन रूम में छात्रों ने हमला बोल कर टीवी, बेसिन व आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया. दूसरे कमरे में खड़ी बाइक (बीआर01सी-8516) को लाठी व ईंट मार कर तोड़ दिया. बाइक तोड़ने के बाद छात्रों ने हॉस्टल के कमरा नंबर छह का दरवाजा तोड़ दिया. इसके बाद कमरे के अंदर पथराव किया. पथराव से कमरे में रह रहे छात्र विक्रम, चंदन, सुजीत व राहुल को गंभीर चोट लगी.
पथराव के बाद कमरे के सारे सामान को तहस-नहस कर दिया गया. साथ ही चारों छात्रों पर लाठी व रॉड से हमला किया गया. सैकड़ों की संख्या में छात्रों के हमले से हॉस्टल में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हॉस्टल के छात्रों ने कमरे को अंदर से लॉक कर दिये, लेकिन सभी कमरे का दरवाजा तोड़ कर उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. कमरा नंबर पांच के छात्र महेश, कर्ण व बप्पी के साथ जम कर मारपीट की गयी. उन्हें रॉड से पीटा गया. उन्हें बचाने पहुंचे जयंत कुमार को मारपीट कर जख्मी कर दिया गया. इसी बीच आंबेडकर हॉस्टल में हमले की सूचना वरीय पुलिस अधिकारी को दी गयी, तब तक हमलावर छात्रों के जत्थे ने एक नंबर रूम में रह रहे छात्रों पर हमला बोल दिया. रॉड से राहुल व प्रिंस के सिर पर प्रहार कर दिया. इससे दोनों का सिर फट गया और कमरे की दीवार पर खून की छींटे पड़ गयीं.
जान बचाने के लिए दोनों हॉस्टल से बाहर भागे, लेकिन उन्हें खदेड़ कर पकड़ लिया गया. प्रिंस पर रॉड से छात्र हमला कर रहे थे. इसी बीच सूचना मिलने पर ब्रrापुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार मौके पर पहुंच गये. प्रिंस के जान बचाने में छात्रों ने रॉड से उन पर भी हमला बोल दिया, जिससे उनका दायां हाथ जख्मी हो गया. इसी बीच नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर अहियापुर, सदर पुलिस के साथ पुलिस लाइन से भी लाठी पार्टी मौके पर पहुंच गयी. भारी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर हमलावर छात्र फरार हो गये. आनन-फानन में गंभीर रूप से जख्मी छात्रों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच व बैरिया स्थित अस्पताल में भरती कराया गया. हॉस्टल में हमले की सूचना पर नगर डीएसपी, नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद सैप बल के साथ मौके पर पहुंचे.
हॉस्टल के छात्रों का कहना था कि दो दिन पूर्व से ही हमले की तैयारी की जा रही थी. उनलोगों पर जानलेवा हमला किया गया है. छह से अधिक छात्रों का सिर फूटा है. वहीं नौ की हालत चिंताजनक है. हमले व तनाव के बीच शुक्रवार को एलएस कॉलेज में द्वितीय वर्ष की परीक्षा है.
इसलिए हुआ हमला
एमआइटी में फाइलम (जातिगत गुट) को लेकर सौ से अधिक छात्रों ने हॉस्टल -छह पर हमला किया. कॉलेज प्रशासन ने फाइनल इयर के छात्रों को हॉस्टल वन खाली करने का निर्देश दिया था. इन छात्रों को कॉलेज के अन्य हॉस्टल में शिफ्ट करना है. हॉस्टल-छह में अधिकांश ओबीसी व एससी के छात्र रहते हैं. ऐसे में इन फाइलम से जुड़े छात्रों की नजर इन हॉस्टलों पर है. इसको लेकर दो गुटों के बीच विवाद चल रहा है. सरस्वती पूजा के दिन भी छात्रों में मारपीट हुई थी. अन्य छात्रों के बीच-बचाव से वह टल गया था.