पटना से दिल्ली तक सक्रिय हैं एटीएम जालसाज, पुलिस की पहुंच से सब दूर
सावधान. एटीएम का उपयोग करते समय रहें सतर्क थानों में काफी मशक्कत और एसएसपी के निर्देश के बिना प्राथमिकी तक नहीं हो पाती दर्ज पटना : एटीएम से जालसाजी कर पैसा निकालने वाला गिरोह पटना से लेकर दिल्ली तक सक्रिय है. पुलिस इन एटीएम जालसाजों को नहीं पकड़ पा रही है. खास बात यह है […]
सावधान. एटीएम का उपयोग करते समय रहें सतर्क
थानों में काफी मशक्कत और एसएसपी के निर्देश के बिना प्राथमिकी तक नहीं हो पाती दर्ज
पटना : एटीएम से जालसाजी कर पैसा निकालने वाला गिरोह पटना से लेकर दिल्ली तक सक्रिय है. पुलिस इन एटीएम जालसाजों को नहीं पकड़ पा रही है. खास बात यह है कि जिनका पैसा जालसाज निकालते है, उन्हें प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कई थानों का चक्कर लगाना पड़ता है. काफी मशक्कत और एसएसपी के निर्देश के बिना प्राथमिकी तक दर्ज नहीं हो पाती है. इसके साथ ही अगर प्राथमिकी दर्ज भी हो गयी, तो कार्रवाई इतनी धीमी है कि जालसाज आराम से घटना को अंजाम देते रहते है.
अगर सीसीटीवी कैमरे एटीएम में लगी है, तो वहां से पुलिस को वीडियो फुटेज लेने में ही कई दिन लग जाते है. बैंक भी एटीएम के प्रति सजग नहीं है. कई एटीएम में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं और जहां लगे हैं, वह चल रहा है या नहीं, यह भी कोई देखनेवाला नहीं है. जालसाज एटीएम के बटन को जाम कर रहे हैं या उखाड़ दे रहे हैं. लेकिन, इस पर बैंक भी ध्यान नहीं दे रहा है. नतीजा है कि एटीएम जालसाज लगातार घटना को अंजाम दे रहे है.
महिला डॉक्टर के पास था एटीएम, दिल्ली से निकल गये 80 हजार : बुद्धा कॉलोनी थाने के दुजरा निवासी महिला डॉक्टर यास्मीन परवीन के पास एटीएम है. लेकिन, उनके दिल्ली से जालसाजों ने 80 हजार रुपये निकाल लिये. उन्हें इसकी जानकारी तब मिली, जब निकासी का मैसेज मिला. इसके बाद अपने बैंक से पता किया, तो यह जानकारी मिली कि दिल्ली के एटीएम से उनके पैसों की निकासी कर ली गयी है. महिला डॉक्टर बुद्धा कॉलोनी थाने पहुंची और अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया. इस तरह के कई मामले पहले भी हो चुके है. एटीएम खाता धारक के पास ही था और पैसे निकल गये.
शिक्षक को एटीएम खराब बता निकाल लिये 40 हजार : बेऊर निवासी व मिलर स्कूल के शिक्षक उपेंद्र प्रसाद के साथ ही एटीएम जालसाजी की घटना हुई. जालसाजों ने उनके खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिये. प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए गर्दनीबाग थाने का चक्कर लगाया.
लेकिन, वहां प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. अंत में एसएसपी के निर्देश पर गर्दनीबाग थाने में ही मामला दर्ज किया गया. वे गर्दनीबाग इलाके में स्थित एटीएम में पैसा निकालने गये थे और वहां जालसाज पहले से मौजूद थे और उन्होंने जैसे ही एटीएम कार्ड डाला, तो कोई भी बटन काम नहीं कर रहा था. इतने में ही जालसाज अंदर प्रवेश कर गये और एटीएम का बटन काम करने लगा और पिन कोड तक डलवा दिया. फिर मशीन खराब होने व पैसे नहीं होने की जानकारी दी. इसके बाद शिक्षक वहां से निकल गये और जालसाजों ने 40 हजार निकाल लिये.
एटीएम जालसाजी होने के बाद कहां जाएं
एटीएम जालसाजी का शिकार होने के बाद कोई व्यक्ति, कहां प्राथमिकी दर्ज कराएं, इसके लिए पुलिस के पास स्पष्ट नीति नहीं है. मसलन अगर किसी का गर्दनीबाग के बैंक में एकाउंट है और जालसाजों ने गांधी मैदान इलाके के एटीएम से निकासी की है, तो उक्त व्यक्ति कहां प्राथमिकी दर्ज करायेगा
आमतौर पर जब पीड़ित मामला दर्ज कराने पहले गर्दनीबाग पहुंचते है, तो वहां यह बताया जाता है कि पैसा गांधी मैदान इलाका से निकला है, इसलिए वहां प्राथमिकी दर्ज होगी. जब वह गांधी मैदान थाना पहुंचता है, तो यह जानकारी दी जाती है कि उनका खाता जिस थाना क्षेत्र में है, वहां प्राथमिकी दर्ज होगी. अंत में चक्कर लगाने के बाद जब पीड़ित एसएसपी या सिटी एसपी के पास पहुंचते हैं, तब जाकर प्राथमिकी दर्ज होती है.