हवेली खड़गपुर : सीआरपीएफ व नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किये गये लोगों को निर्दोष बताते हुए ग्रामीणों ने डीएसपी आवास को घेरा. कंदनी के ग्रामीणों ने खड़गपुर-बरियारपुर मुख्य मार्ग को दो स्थानों पर जाम कर दिया. इससे आवागमन बाधित हो गयी. जाम कर रहे सैकड़ों ग्रामीण व महिलाएं हथियार से लैस थे.
पुलिस के इस कार्रवाई से ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस निर्दोष व्यक्ति पर झूठा केस दर्ज करती है. गौरतलब है कि पुलिस व नक्सलियों के बीच पिछले दिनों मुठभेड़ हुई थी.
सूचना के अनुसारचार फरवरी को मुठभेड़ के क्रम में संदेह पर 15 लोगों को हिरासत में लिया गया था़ एसपी ने अरविंद टुडू, मनोज सोरेन, बब्लू टुडू, पैरू सोरेन, वीरेन्द्र टुडू, शुकुर कोल, विमल टुडू, मुकेश टुडू व ललिता देवी को नक्सली होने के आरोप में जेल भेज दिया था. इसके विरोध में कंदनी के अजय कुमार, लुटन सोरेन, फुलवतिया देवी, सुमा देवी, भोला कोल, कुलु कोड़ा, काली कोड़ा, पुसो हेम्ब्राम, बुधनी देवी, करमा टुडू, संजय कुमार, बनारसी टुडू व श्रवण टुडू सहित 56 लोगों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन डीएसपी को दिया. आवेदन में कहा गया है कि नौ लोग आज भी पुलिस की हिरासत में हैं, जो निर्दोष हैं.
इसके पूर्व कंदनी के ग्रामीण डीएसपी आवास पहुंच कर मामले की जानकारी लेनी चाही व गिरफ्तार किये गये लोगों को निर्दोष बताते हुए कहा कि पुलिस बेवजह ग्रामीणों को परेशान कर रही है.
पोस्टर से सनसनी
गंगटा सहायक थाना क्षेत्र के अधीन पड़ने वाले मध्य विद्यालय गंगटा के दीवार पर सटे पोस्टर से क्षेत्र में हड़कंप मचा है. जानकारी के अनुसार विद्यालय की दीवार पर सटे पोस्टर पर लाल कलम से लिखा है कि जब तक हमारे लोगों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक विद्यालय बंद रखा जाय.
पोस्टर में विद्यालय के प्रधानाध्यापक को आगाह करते हुए कहा गया है कि हमारे साथी की रिहाई नहीं होने तक 25 दिन तक विद्यालय बंद रखा जाये. निवेदक के रूप में भाकपा माओवादी लिखा है. इस संबंध में गंगटा सहायक थाना प्रभारी शंभु पासवान ने इसमें किसी शरारती तत्व का हाथ बताया है.