बिहार में 9 बच्चों को किया गया रेस्क्यू, होटल गैरेज दुकान में करते थे ये काम
Bihar News: सीतामढ़ी के पुपरी थाना क्षेत्र अंतर्गत बाल श्रम से कुल 9 बच्चों को मुक्त कराया गया है. बच्चों से होटल गैरेज और दुकानों में मजदूरी कराया जा रहा था. बचपन बचाओ आंदोलन की इस अनूठी पहल से लोगों में खुशी की लहर है.
Bihar News: सीतामढ़ी के पुपरी थाना क्षेत्र अंतर्गत बाल श्रम से कुल 9 बच्चों को मुक्त कराया गया है. बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल दुर्व्यापार पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई के द्वारा एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के सहयोग से इन बच्चों को मुक्त कराया गया है. बचपन बचाओ आंदोलन की इस अनूठी पहल से लोगों में खुशी की लहर है.
सीनियर डीएसपी मुख्यालय सह नोडल पदाधिकारी विशेष किशोर पुलिस इकाई मो नजीब अनवर के निर्देश पर बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने पुपरी थाना क्षेत्र में होटल, मोटर गैरेज, दुकान प्रतिष्ठानों में नाबालिग बच्चो से ठंड में बाल श्रम करवाए जाने की लगातार सूचना पर कार्रवाई की है.
बाल श्रम करवाने वालों पर हो रही कार्रवाई
पुपरी थाना, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) एवं चाइल्ड हेल्पलाइन की संयुक्त टीम के द्वारा अभियान के क्रम में कुल नौ बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया है. साथ ही इन बच्चों से बाल श्रम करवाने वाले नियोजकों के विरुद्ध पुपरी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मुक्त बच्चों को सीडब्ल्यूसी के आदेश से बाल गृह में आवासित करवाया गया है.
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नियोजकों पर हो सकती है दो साल तक की सजा
इन बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा. सीनियर डीएसपी ने बताया कि बच्चे से बाल श्रम कराना एवं खतरनाक नियोजन में काम लेना कानूनन दंडनीय अपराध है. ईट भट्ठा मालिक, घर प्रतिष्ठान, दुकान, होटल एवं कारखाने व अन्य प्रतिष्ठान में बच्चों से काम करवाते पकड़े गए तो नियोजक को 20 से 50 हजार तक का आर्थिक जुर्माना एवं दो साल की सजा हो सकती है.