पटना. पटना मेट्रो के दोनों कोरिडोर में फायर फाइटिंग सिस्टम सहित मेट्रो में यांत्रिक व इलेक्ट्रिक सिस्टम को लगाने व उसके परीक्षण के लिए एक कंपनी रखी जायेगी. इसमें लगभग 90.82 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
पटना मेट्रो के निर्माण का काम कर ही दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इसके लिए निविदा जारी कर कंपनियों को आमंत्रित किया है.
निविदा फाइल करने की अंतिम तिथि अगले वर्ष के 11 जनवरी तक है. डीएमआरसीएल के मुताबिक पूरे प्रोजेक्ट को 36 माह के भीतर पूरा करना है. 12 जनवरी को निविदा खोली जायेगी.
कोरिडोर -टू यानी पटना जंक्शन से लेकर गांधी मैदान होते हुए मलाही पकड़ी और आइएसबीटी तक मेट्रो लाइन में बिजली सप्लाइ के लिए तैयार होने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर के 12 करोड़ की राशि खर्च होगी.
पूरे लाइन का बिजली सप्लाइ वाले इंफ्रास्ट्रक्चर की डिजाइन, ट्रांसमिशन लाइन आदि को तैयार करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का काम करना होगा.
कैरिडोर-दो के लिए बीएसपीटीसीएल के 132 केवीए ट्रांसमिशन लाइन के मोडिफिकेशन का काम भी किया जायेगा. इसके लिए डीएमआरएसीएल ने निविदा जारी की है. इसको लेकर 15 दिसंबर प्री बिड मिटिंग भी निर्धारित की गयी है. इस प्रोजेक्ट को एक साल में पूरा किया दिया जाना है.
पटना मेट्रो में काम की रफ्तार को तेज करने के लिए राज्य को केंद्र सरकार की की राशि का इंतजार है. फिलहाल छह स्टेशनों के निर्माण के लिए जारी हो चुकी है. बाइपास के क्षेत्र में मेट्रो पाइलिंग का काम भी किया जा रहा है.
डीएमआरसीएल ने की ओर से राजेंद्र नगर पर अंडरग्राउंड रैप के निर्माण के अलावा राजेंद्र नगर, मोइनउल हक स्टेडियम, पटना वीवी, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी के पास अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए निविदा निष्पादित की जा रही है. इस प्रोजेक्ट की लागत 1951 करोड़ रुपये है.
Posted by Ashish Jha