खुलासा ! फर्जी IPS का कारनामा : नेताओं से मांगी शराब, लड़कियों से डर्टी चैटिंग
पटना : आइपीएस अधिकारी और पटना के एसएसपी मनु महाराज के नाम पर फेसबुक एकाउंट बनानेवाले साइबर क्रिमिनल वेदांत मिश्रा (20) को गिरफ्तार किया गया है. उसे यूपी के मैनपुरी स्थित भोगांव थाना क्षेत्र के जगत नगर से पकड़ा गया है. पटना पुलिस की विशेष टीम उसे सोमवार को यूपी से पटना लेकर आयी. पुलिस […]
पटना : आइपीएस अधिकारी और पटना के एसएसपी मनु महाराज के नाम पर फेसबुक एकाउंट बनानेवाले साइबर क्रिमिनल वेदांत मिश्रा (20) को गिरफ्तार किया गया है. उसे यूपी के मैनपुरी स्थित भोगांव थाना क्षेत्र के जगत नगर से पकड़ा गया है. पटना पुलिस की विशेष टीम उसे सोमवार को यूपी से पटना लेकर आयी. पुलिस ने जब उसके माेबाइल नंबर को चेक किया, तो दंग रह गयी. उसने मनु महाराज आइपीएस आॅफिसर्स के नाम से फेसबुक एकाउंट बनाया था और चैटिंग के जरिये कई नेताओं व लड़कियों को जोड़ लिया था और उनका मोबाइल नंबर लेकर अपने व्हाट्स एप के जरिये भी उनसे चैटिंग करता था.
उसने आइपीएस को ग्लैमर बनाया और कई लोगों काे झांसे में ले लिया. उसने कई नेताओं से चैटिंग कर उनसे शराब मांगी और लड़कियों से अश्लील चैटिंग भी की.
पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी : फेसबुक के इस फर्जी एकाउंट पर मनु महाराज की फोटो और कई चर्चित आपराधिक मामलों को सुलझाने को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहनेवाले आइपीएस से कई लोगों ने दोस्ती की थी. अब तक उसने 3,529 लोगों को जोड़ रखा था. इसमें कुछ लोग उसके व्हाट्सएप नंबर से भी जुड़ गये थे. इसमें कई युवा लड़के भी थे. जिन्हें, वेदांत ने नौकरी का झांसा दिया था. इसके नाम पर उनसे पैसाें की वसूली भी की गयी है.
दिल्ली, हिमांचल प्रदेश व बिहार के कई लोग ठगी के शिकार : वेदांत ने इस फर्जीवाड़े के जरिये कई लोगों को झांसे में लिया था. हिमाचल प्रदेश मनु महाराज का होम स्टेट है. इस कारण वहां के लोग भी इस एकाउंट से जुड़ गये थे.
इसके अलावे दिल्ली, यूपी व बिहार के लोग भी इसमें शामिल हुए. वेदांत ने कई तरह के काम कराने का झांसा देकर लोगाें से पैसे की वसूली की थी. जब लोग पैसे देने के बाद अपने काम को लेकर बार-बार फोन करते थे, तो वेदांत वह नंबर बंद कर दूसरा मोबाइल नंबर ले लेता था.
आरोपित बीएससी का छात्र, ईंट-भट्ठे पर मुंशी का करता है काम : साइबर क्राइम के अपराध में पकड़ा गया वेदांत मिश्रा बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र है. वह गांव के ही ईंट-भट्ठे पर मुंशी का काम करता है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया है कि वह खूब सारा पैसा कमाना चाहता था. इसलिए आइपीएस वाली पहचान सोशल वेबसाइट पर बना कर लोगों से ठगी करता था.
शिवदीप लांडे के नाम से भी बने थे एकाउंट : आइपीएस शिवदीप लांडे के नाम से भी फेसबुक एकाउंट बने थे. मामला सामने आने पर उन्होंने कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कई लोग ठगी के शिकार भी हुए थे. बाद फर्जीवाड़ा करनेवाले लोगों को चिह्नित कर उन्होंने पैसा वापस कराया.
लड़कियों का आया फोन, तब खुला मामला
एसएसपी मुन महाराज को तब पता चला, जब उनके पास कुछ लोगों ने फोन किया. दरअसल वेदांत ने जिन लोगों को अपना नंबर दिया था, जब वह बंद मिले, तो लोगों ने एसएसपी के सरकारी नंबर का पता करके उन्हें फोन करना शुरू किया. 25 नवंबर को मनु महाराज के पास कुछ लड़कियाें ने भी फोन किया था. उनकी बात सुन कर वह हैरान थे.
एसएसपी ने जब उनसे पूछा कि वह उन्हें कैसे जानती है, तब उन्होंने फेसबुक फ्रेंड होने की बात कहीं. तब एसएसपी ने बताया कि उन्होंने तो अपना फेसबुक एकाउंट बनाया ही नहीं. इसके बाद सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी और लोगों से प्राप्त हुए वेदांत के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लिया गया. तब उसका लोकेशन मिला. तत्काल रंगदारी सेल की टीम यूपी के मैनपुरी के लिए रवाना हो गयी. वहां पर वेदांत घर से गिरफ्तार किया गया.
हकीकत में मनु महाराज का फेसबुक एकाउंट नहीं
एसएसपी मनु महाराज ने पत्रकार वार्ता के दौरान यह साफ किया कि उनका कोई फेसबुक एकाउंट नहीं है. उन्होंने अाम लोगों से अपील की है कि उनके नाम पर किसी भी फेसबुक से नहीं जुड़े. लेकिन, इस खुलासे के अलावा उनके नाम से संचालित कई फेसबुक एकाउंट हाेने की बात सामने आयी हैं. इसकी जांच की जा रही है.