चितकोहरा-अनिसाबाद व हॉस्पिटल के सामने लगाया जाम
इलाज में लापरवाही का आरोप, घंटों प्रदर्शन
फुलवारीशरीफ : 19 वर्षीय युवक की मौत से गुस्साए परिजनों और लोगों ने अस्पताल जमकर तोड़फोड़ करते हुए बुधवार को पटना -खगौल मुख्य सड़क को चार स्थानों पर जाम पर घंटों आगजनी करते हुए प्रदर्शन किया .
चितकोहरा गोलंबर , अनिसाबाद गोलंबर , लाल मंदिर और अमन नर्सिंग होम हॉस्पिटल के सामने जाम की सूचना पर पहुंची गर्दनीबाग थाने की पुलिस को पथराव कर गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने खदेड़ दिया . मृतक रोहित कुमार कौशल नगर निवासी स्कूल संचालक राम लखन सिंह का बड़ा बेटा था . युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया . मौत की खबर फैलते ही सुबह करीब साढ़े आठ बजे से लगे सड़क जाम को साढ़े बारह बजे पुलिस के आश्वासन पर हटाया जा सका . इस दौरान पटना से फुलवारी , खगौल , बाइपास रोड जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ी.
कौशल नगर में शिशुपाल विकास विद्यालय चलाने वाले राम लखन सिंह के छोटे बेेटे पिंटू ने बताया कि उसके बड़े भाई रोहित कुमार को तीन दिन पहले सोमवार की शाम बुखार लगने की शिकायत पर अनिसाबाद बालमीचक मोड़ के पास अमन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. हॉस्पिटल में चिकित्सकों को उसकी बीमारी समझ में नहीं आयी और जांच वगैरह के बाद बुखार और हेपेटाइटिस बी का इलाज कर रहे थे. अमन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने कहा कि रोहित के कमर के पास जो जख्म है उसके वजह से बुखार लग रहा है .
परिजनों का कहना था कि रोहित को एडमिट कराने से चार पांच दिन पहले ही कमर के पास फोड़ा से जख्म हो गया था. परिजनों के अनुसार बुधवार की सुबह चार बजे में रोहित की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी और उसका शरीर अकड़ने लगा. इसके बाद भी चिकित्सकों ने रोहित का सही इलाज नहीं किया केवल इंजेक्शन लगाया और सलाइन चढ़ाया गया. इसके बाद भी जब हालत में सुधार नहीं हुआ, तो परिजनों ने दूसरे अस्पताल में रेफर करने को कहा, लेकिन अस्पताल में काफी देर कर दिया गया .
परिजन जब बाइपास में जगनपुरा के पास फोर्ड अस्पताल ले गये, तो वहां के चिकित्सकों ने रोहित को डेंगू बीमारी से ग्रस्त होना बताया . फोर्ड हॉस्पिटल में इलाज शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद रोहित की मौत हो गयी . मृतक के परिजनों का कहना है कि अमन हॉस्पिटल में बीमारी का सही पता लगाकर इलाज किया जाता, तो उसकी जान बचायी जा सकती थी .
मृतक के छोटे भाई पिंटू ने बताया कि उसके भाई रोहित की मौत पूरी तरह अमन हॉस्पिटल के चिकित्सकों की लापरवाही से हुई है . उधर, फोर्ड हॉस्पिटल में रोहित की मौत की खबर जब कौशल नगर पहुंची, तो गुस्साए लोगों का गुस्सा अमन हॉस्पिटल पर फूट पड़ा .
दूसरी तरफ, रोहित के परिजनों ने कहा कि वे लोग प्रदर्शन में नहीं थे. रोहित की मौत से शिक्षक पिता रामलखन सिंह बेसुध पड़े थे और मां रेखा देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थीं.भाई की मौत की खबर सुन कर कौशल नगर पहुंची उसकी दो बहनों डिंपल और रूबी का हाल भी खराब होने लगा था. मृतक के दोस्त पंकज ने बताया कि ग्रेजुएशन के बाद रोहित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगा था .थानेदार बीके चौहान ने बताया की इस मामले में किसी भी पक्ष ने मामला दर्ज नहीं कराया है.
राहगीरों से भी हाथापाई
लोगों ने अस्पताल के शीशे फोड़ डाले और कुरसियां तोड़ दीं. अस्पताल में तोड़-फोड़ होता देख सभी कर्मी भाग खड़े हुए. लोगों ने अमन हॉस्पिटल के सामने आगजनी करते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान पहुंची गर्दनीबाग थाने की पुलिस को भी पथराव कर खदेड़ दिया. नाराज लोगों ने सड़क से गुजर रहे कई वाहनों पर पथराव किया, वहीं राहगीरों के साथ हाथापाई भी की गयी.
प्रदर्शन में शामिल एक युवक को पकड़ कर पुलिस थाने ले गयी. इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और अनिसाबाद गोलंबर, लाल मंदिर के सामने व चितकोहरा गोलंबर के पास सड़क जाम कर आगजनी की. प्रदर्शनकारी अस्पताल प्रशासन से मुआवजा देने व दोषी चिकित्सकों मामला दर्ज करने की मांग करने लगे.