कहीं दिखी खुशी कहीं दिखा गम
बंदोबस्ती के खेल में किसी ने हासिल की जीत, किसी के टूटे सपने 107 दुकानों की होनी थी बंदोबस्ती चौसा से सबसे अधिक 1075 आवेदन आये संवाददाता, बक्सर जिले के 107 शराब दुकानों की बंदोबस्ती सोमवार को स्थानीय नगर भवन में लॉटरी सिस्टम के माध्यम से की गयी. लॉटरी में भाग्य आजमाने नये से पुराने […]
बंदोबस्ती के खेल में किसी ने हासिल की जीत, किसी के टूटे सपने
107 दुकानों की होनी थी बंदोबस्ती
चौसा से सबसे अधिक 1075 आवेदन आये
संवाददाता, बक्सर
जिले के 107 शराब दुकानों की बंदोबस्ती सोमवार को स्थानीय नगर भवन में लॉटरी सिस्टम के माध्यम से की गयी. लॉटरी में भाग्य आजमाने नये से पुराने तक के व्यवसायी नगर भवन पहुंचे हुए थे. नगर भवन के बाहर गाड़ियों का काफिला लगा हुआ था. नगर भवन के गेट पर सुरक्षा की व्यवस्था भी किया गया था. नगर भवन में जब लॉटरी की प्रक्रिया शुरू हुई तो कई शराब व्यवसायियों के दिल धड़कने शुरू हो गये. जिन्हें दुकान लॉटरी में मिली उनके चेहरे खिल उठे. वहीं, कई व्यवसायी दुकान नहीं मिलने के कारण हताश नजर आये. जिलाधिकारी रमन कुमार ने खुद लॉटरी के सभी नंबर को प्रदर्शित किया. कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू हो गया. कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंडों से सैकड़ों आवेदक अपना भाग्य आजमाने पहुंचे हुए थे. नगर भवन लोगों से पूरा खचाखच भरा हुआ था. वहीं, भवन के चारों ओर सुरक्षा बल की तैनाती की गयी थी. शराब दुकान की बंदोबस्ती के लिए जिलाधिकारी ने एक-एक कर लकी नंबर निकालना शुरू किया, तो भाग्यशाली आवेदकों ने खुशियां मनानी शुरू कर दी. वहीं कई गुमसुम होकर अगले राउंड में अपना भाग्य आजमाने के लिए पूरे समय डटे दिखे. जिले में 107 शराब दुकानों की बंदोबस्ती के लिए जिले से कुल 8127 आवेदन विभाग में पड़े थे. 107 दुकानों में 35 देशी, 30 विदेशी और 42 कंपोजिट शराब की दुकान शामिल है. बंदोबस्ती में 38 समूह के 98 (देशी, विदेशी, कंपोजिट) शराब दुकानों की बंदोबस्ती हो पायी और 3 समूह की नौ दुकानों की बंदोबस्ती नहीं हो पायी. उत्पाद विभाग के अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि नगर में कुल 27 दुकानों की बंदोबस्ती करनी थी. जिसमें 16 देशी और 11 विदेशी शराब की दुकान शामिल है. शराब की दुकानों की बंदोबस्ती के लिए सबसे अधिक आवेदन चौसा समूह से 1075 आवेदन प्राप्त हुए. कोरानसराय समूह से 705, नियाजीपुर समूह 426, नावानगर समूह से 295, चुरामनपुर समूह 282 और इटाढ़ी से 318 आवेदन प्राप्त हुए थे. कार्यक्रम में एनडीसी रवींद्र उपाध्याय, उत्पाद विभाग के सभी कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे.