ATM गार्ड हत्या मामला : 3 गिरफ्तार, टेलीफोन बॉक्स में मिली हत्या में इस्तेमाल तलवार व खंती
पटना : एटीएम गार्ड कुंदन कुमार की हत्या में पटना पुलिस को अहम सुराग मिली है. पुलिस ने डाॅग स्क्वायड की मदद से पटना म्यूजियम के पीछे एक टेलीफोन बॉक्स से हत्या में इस्तेमाल की गयी तलवार व खंती बरामद की है. ऐसा पुलिस मान रही है कि यह वहीं तलवार है, जिससे कुंदन की […]
पटना : एटीएम गार्ड कुंदन कुमार की हत्या में पटना पुलिस को अहम सुराग मिली है. पुलिस ने डाॅग स्क्वायड की मदद से पटना म्यूजियम के पीछे एक टेलीफोन बॉक्स से हत्या में इस्तेमाल की गयी तलवार व खंती बरामद की है. ऐसा पुलिस मान रही है कि यह वहीं तलवार है, जिससे कुंदन की हत्या की गयी है. पुलिस ने तलवार को कब्जे में ले लिया है और उसे एफएसएल के लिए भेजा जायेगा. इधर म्यूजियम के पीछे वाले हिस्से में लगे कुछ सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस खंगाल रही है. कोशिश है कि फुटेज से हत्यारों की पहचान की जा सकें, जो घटना के बाद तलवार फेंक कर भाग गये थे. वहीं, शक के आधार पर तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. मंदिरी इलाके में पुलिस की छापेमारी जारी है. दावा है कि बहुत जल्द पुलिस हत्यारों तक पहुंच जायेगी.
चचेरा भाई उसी एटीएम में करता है ड्यूटी
मौर्या लोक के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की जिस एटीएम में कुंदन गार्ड का काम करता था, उसी एटीएम पर उसका चचेरा भाई अनूप भी काम करता है. दोनों मिल कर रात-दिन के शिफ्ट के हिसाब से नौकरी कर रहे थे. शुक्रवार की रात कुंदन का नाइट चल रहा था और देर रात उसकी हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद पुलिस की जांच कुंदन के मोहल्ले से शुरू हुई है. पुलिस ने सबसे पहले अनूप को हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की है. घर या मोहल्ले से जुड़े किसी विवाद की जड़ भी पुलिस तलाश रही है. चचेरे भाई से पूछताछ के बाद मृतक के बेटे अमर को भी थाने बुलाया गया. उससे भी कुछ खास बिंदु पर पूछताछ की गयी है.
मोहल्ले में ही मिला था टावर लोकेशन
कुंदन की हत्या का तार गोलघर स्थित उसके मोहल्ले से ही जुड़ा है, ऐसा पुलिस को शक है. यह शक तब और मजबूत हो गया, जब हत्या के बाद मृतक के मोबाइल फोन का टावर लोकेशन वहीं का मिला. यही वजह है कि पुलिस की शुरुआती जांच गोलघर से हो रही है. पुलिस ग्लोबल फोर्स सिक्यूरिटी कंपनी के पदाधिकारियों से भी दोनों गार्ड कुंदन और उसके चचेरे भाई अनूप के बारे में जानकारी ली है.
कुछ मोबाइल का निकाला सीडीआर
पुलिस ने कुछ खास लोगों के मोबाइल फोन का सीडीआर भी निकाला है. ये वही लोग हैं, जो कुंदन के परिवार से जुड़े हैं. कब कहां किस नंबर पर बात हुई है, इसकी जांच हो रही है. हत्या के दिन और रात को कुंदन और उसके परिवार के सदस्यों से बात करनेवालों से भी पुलिस पूछताछ करेगी. वहीं, चचेरे भाई के अलावा अदालतगंज, मंदिरी के भी कुछ लोगों से पूछताछ हुई है.
एटीएम के सामने बैठनेवाले भी निशाने पर
कुंदन जिस एटीएम पर काम करता था, उसके सामने एक छोटा सा होटल है. वहां कुछ लोग अड्डेबाजी भी करते हैं. घटना के दिन वहां कौन आया, कौन गया, इसकी भी छानबीन हो रही है. हत्या के बाद होटल वाले ने पुलिस को बताया था कि रात में करीब एक बजे कुंदन ने उससे पानी मांगी थी. पानी पीकर एटीएम चला गया था. इसके बाद एटीएम में कौन गया, इसकी जांच हो रही है. पुलिस यह मान रही है कि एटीएम के लिए बनाये गये रूम के अंदर जो छोटा कमरा है, उसी में कुंदन सो रहा था. अपराधी जब अंदर जाकर एटीएम तोड़ने लगे, तो कुंदन जग गया. इसके बाद गार्ड की हत्या कर दी गयी. फिलहाल जांच जारी है.
बाहर के सीसीटीवी से कुछ नहीं मिला
बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से पुलिस ने कुछ फुटेज निकला था. लेकिन, कोहरे की वजह से एटीएम के पास की तसवीर कैद नहीं हो सकी है. पुलिस के हाथ बाहर के सीसीटीवी फुटेज से कुछ नहीं लगे हैं. ग्रामीण एसपी एलएम प्रसाद ने बताया कि अंदर में लगे कैमरे से कुछ फुटेज मिले हैं, छानबीन हो रही है.
शहर की एटीएम के प्रति बैंक कितनी सजग है, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं. रविवार को पटना मध्य के प्रमुख इलाके की एटीएम का जायजा लेने के दौरान 53 एटीएम में से 22 में ही सुरक्षा गार्ड तैनात मिले. बुद्ध मार्ग स्थित सेंट्रल बैंक की एटीएम में तैनात गार्ड की हत्या के बाद से गार्ड भी काफी सहमे हैं. वो एटीएम में आनेवाले पर कड़ी नजर रख रहे हैं. घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने एटीएम में तैनात गार्ड को मोबाइल नंबर दिये हैं, ताकि किसी पर संदेह होने पर तत्काल सूचना काे मिल सके. बोरिंग रोड चौराहे स्थित 15 में से दस एटीएम में गार्ड तैनात थे. वहीं, इनकम टैक्स के पास दो एटीएम में से एक में ही गार्ड तैनात था. कोतवाली थाने स्थित इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा की एटीएम में भी गार्ड नहीं दिखा. मौर्या लोक परिसर की दो एटीएम में से एक ही में सुरक्षा गार्ड दिखा.
डाकबंगला चौराहा के पास चार एटीएम में से केवल एक में ही सुरक्षा गार्ड तैनात दिखा. गार्ड ने बताया कि यहां तीन पाली में गार्ड की तैनाती है. लेकिन, सुरक्षा के नाम पर एक लाठी के सिवा मेरे पास कुछ नहीं है. गांधी मैदान स्थित स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के बाहर आठ एटीएम केवल एक गार्ड के भरोसे है. वहीं, भारतीय महिला बैंक एटीएम में गार्ड देखने को नहीं मिला. आइडीबीआइ बैंक में गार्ड तो तैनात था, लेकिन आराम की मुद्रा में था. कुछ कदम आगे यूनियन बैंक की एटीएम के बाहर गार्ड तैनात मिला. उसने भी बताया कि सुरक्षा के नाम पर बस एक लाठी है. पटना जंकशन परिसर की चार एटीएम में से दो एटीएम में गार्ड अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे.
वहीं बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा के बाहर एटीएम में तैनात सुरक्षा गार्ड काफी सजग दिखा. मीठापुर बस स्टैंड रोड में 13 एटीएम से तीन में ही गार्ड दिखे. स्टेट बैंक में दो तरह की एटीएम का संचालन होता है. पहला कैपएक्स जिसका संचालन बैंक की ओर से किया जाता है. यहां गार्ड की तैनाती होती है. वहीं, बीएलए जिसका संचालन आउटसाेर्सिंग एजेंसी की ओर से की जाती है. यहां गार्ड नहीं रहता है. घटना होेने पर आउटसाेर्सिंग एजेंसी की जवाबदेही होती है. रिजर्व बैंक की गाइड लाइन का पूरा ख्याल रखा जाता है.
आंनद विक्रम, एजीएम, एटीएम परिचालन, स्टेट बैंक
हर एटीएम में गार्ड तैनात करना संभव नहीं है. जहां तक होता है बैंक गार्ड को तैनात करता है. इस पर एक बड़ा रकम बैंक को खर्च करना पड़ता है, जो संभव नहीं है. जिस इलाके में गार्ड तैनात नहीं है, उस इलाके के स्थानीय प्रशासन को समय-समय पर पत्र लिखकर पेट्रोलिंग करने का अनुरोध किया जाता है.
अमरेंद्र कुमार, उप अंचल प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया
सभी बैंकों में गार्ड की व्यवस्था नहीं है, जो चिंता की बात है. जिस एटीएम से बैंक को लाभ नहीं होता है, वहां बैंक गार्ड तैनात नहीं करते. ऐसा करना गलत है. इससे बैंक की राशि भी असुरक्षित रहती है. जिस इलाके की एटीएम में सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं हैं, वहां के थाने को नियमित रूप से पेट्रोलिंग करनी चाहिए.
डाॅ कुमार अरविंद, महासचिव, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (बिहार राज्य समिति)