पटना: कंकड़बाग एफ सेक्टर निवासी व रिटायर्ड हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारी शिशिर कुमार झा से रंगदारों ने चार लाख की रंगदारी मांगी और नहीं देने पर उनके बेटे व अगरबत्ती व्यवसायी ज्ञान रंजन को अगमकुआं थाने के बड़ी पहाड़ी के पास से वैन से अगवा करने का प्रयास किया गया. अपराधी अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते, लेकिन ज्ञान रंजन बड़ी पहाड़ी से अगमकुआं शीतला मंदिर जाने वाले रास्ते में वैन से कूद कर भाग गये. यह घटना 16 फरवरी की है.
भिड़ा दिया चाकू : रंगदारी के संबंध में शिशिर कुमार झा ने कंकड़बाग थाने में आठ फरवरी को ही अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी थी. लेकिन 16 फरवरी की घटना की जानकारी देने के लिए उनका बेटा ज्ञान रंजन कंकड़बाग व अगमकुआं थाने का चक्कर लगा रहे थे. व्यवसायी की अगरबत्ती की फैक्टरी बड़ी पहाड़ी पर स्थित है. वे अपनी फैक्टरी के समीप ही माल के आने का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच वैन पर सवार तीन-चार की संख्या में रहे अपराधियों ने चाकू भिड़ा कर अगवा करने का प्रयास किया.
पांच फरवरी को परचा भेज मांगी थी रंगदारी : ज्ञान रंजन ने बताया कि पांच फरवरी को परचा भेज उनके पिता शिशिर कुमार झा के नाम से रंगदारी मांगी गयी और आठ फरवरी को फोन कर चार लाख की रंगदारी मांगी गयी थी और नहीं देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी.
उनके पिता ने इस घटना की जानकारी कंकड़बाग थाना पुलिस को दी थी. इस मामले में कंकड़बाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसी बीच 16 फरवरी को वे जब बड़ी पहाड़ी स्थित फैक्टरी के समीप माल के आने का इंतजार कर रहे थे तो तीन-चार लोगों ने उन्हें वैन से अगवा करने का प्रयास किया. लेकिन वे कुछ दूरी पर वैन से कूद कर भाग गये. इस मामले की सूचना उन्होंने जब कंकड़बाग थाने को दी तो उनलोगों ने अगमकुआं थाने का इलाका होने की बात बता कर मामले को टाल दिया. वे जब अगमकुआं थाना पहुंचे तो वहां कंकड़बाग में पहले से प्राथमिकी दर्ज होने की बात कह कर टाल दिया. उन्होंने बताया कि इस संबंध में वे एसएसपी को जानकारी देंगे. वे सोमवार को उनसे मिलने भी गये थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी थी.