शराब को लेकर इस साल 91 हजार छापेमारी, छह हजार लोग गिरफ्तार, जानें कौन जिला रहा अव्वल
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से सभी जिलों में शराब को पकड़ने के लिए छापेमारी, केस दर्ज की संख्या, गिरफ्तारी व जेल भेजने को लेकर कार्रवाई की जाती है. उसी के अनुसार वर्ष भर का डाटा तैयार किया जाता है.
अनिकेत त्रिवेदी, पटना. राज्य में शराब के कारोबार, उत्पादन व उपयोग को लेकर की जा रही कार्रवाई में सबसे अधिक चंपारण के दोनों जिलों में छापेमारी की गयी.
एक जनवरी से लेकर 30 नवंबर तक की राज्य भर की रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी चंपारण में कुल 6254 और कटिहार में 4548 छापेमारी की गयी हैं.
इसके अलावा पश्चिमी चंपारण में कुल 4243, मुजफ्फरपुर में 4390 और पटना में 3809 से अधिक छापेमारी हुई हैं. वहीं शराब का उपयोग, व्यापार व भंडारण के मामले को लेकर सबसे अधिक पटना जिले में 528 और सीतामढ़ी में 478 गिरफ्तारियां की गयी हैं.
गौरतलब है कि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से सभी जिलों में शराब को पकड़ने के लिए छापेमारी, केस दर्ज की संख्या, गिरफ्तारी व जेल भेजने को लेकर कार्रवाई की जाती है. उसी के अनुसार वर्ष भर का डाटा तैयार किया जाता है.
पूरे राज्य में 91 हजार छापेमारी, साढ़े 11 लाख लीटर बरामद हुई शराब : इस वर्ष एक जनवरी से लेकर 30 नवंबर पूरे राज्य में 91 हजार एक सौ 66 के लगभग छापेमारी की गयी है. इस दौरान 12 हजार तीन सौ 61 केस दर्ज किये गये हैं.
वहीं छह हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 11 लाख 45 हजार पांच पांच सौ 66 लीटर शराब की बरामदगी की हुई है. इसमें सबसे अधिक छह लाख 10 हजार नौ सौ 74 लीटर विभिन्न ब्रांडों की अंग्रेजी शराब को पकड़ा गया है.